जीवात्मा के गुण व शक्तियाँ" विषय पर गोष्ठी सम्पन्न
भौतिक व आध्यात्मिक उन्नति के लिए जीवात्मा का ज्ञान आवश्यक-अतुल सहगल
गाजियाबाद,सोमवार 23 मई 2022,केंद्रीय आर्य युवक परिषद के तत्त्वावधान में "जीवात्मा के गुण व शक्तियां" विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया।यह कोरोना काल में 399 वां वेबिनार था।
वैदिक प्रवक्ता अतुल सहगल ने कहा कि मनुष्य चेतन प्राणी है और उसकी चेतन शक्ति जीवात्मा की है।जीवात्मा के गुण,शक्तियां और स्वरुप का ज्ञान इसलिए महत्वपूर्ण और आवश्यक है।
जीवात्मा को अपना उद्धार स्वयं ही करना है जो आत्मज्ञान के बिना संभव नहीं है।महर्षि गौतम रचित ग्रन्थ न्यायदर्शन से उद्धरण लेते हुए उन्होंने जीवात्मा के छः गुणों की चर्चा की और तत्पश्चात सत्यार्थ प्रकाश में दी गयी जीवात्मा की 24 शक्तियों की व्याख्या की।
इसके उपरांत जीवात्मा के स्वरुप के बिंदुओं की विवेचना की।मनुष्य की भौतिक उन्नति और अध्यात्मिक प्रगति के लिए जीवात्मा की सही और पूर्ण जानकारी कितनी आवश्यक है -- इसे धर्मपरायणता के साथ जोड़ के स्पष्ट किया।जीवात्मा की शक्तियों की चर्चा करते हुए विषय के स्पष्टीकरण हेतु संगत उदाहरण प्रस्तुत किये।वैदिक विचारधारा के उन सूत्रों को,जो विषय से सम्बंधित थे,सामने रखा।
अपने निजी स्वरुप,अपने गुण-अवगुण और अपनी नैसर्गिक शक्तियों का बोध जीवन में आगे बढ़ने और मानव जीवन के परम लक्ष्य तक पंहुचने के लिए कितना आवश्यक है--इस पर पुनः चर्चा करते हुए अपना उद्बोधन पूर्ण किया।
मुख्य अतिथि कमान्डर पी सी बक्शी व अध्यक्ष यशपाल आर्य ने भी अपने विचार रखे।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कुशल संचालन किया व प्रवीण आर्य ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
गायक रविन्द्र गुप्ता, प्रवीना ठक्कर, सुदर्शन चौधरी, विजय खुल्लर, ईश्वर देवी,रजनी चुघ, कुसुम भंडारी,जनक अरोड़ा, कमला हंस आदि के मधुर भजन हुए।