सिकंदराबाद क्षेत्र के गांव भौखेडा जिलाधिकारी ने गौसंरक्षण केन्द्र निरीक्षण किया
अतः इस संबंध में निर्देशित किया गया कि खुले में रखे भूसा को तिरपाल आदि से कवर किया जाये ताकि आंधी अथवा वर्षा में भूसा खराब न हो। इसके साथ ही प्रतिदिन हरे चारे को खरीदकर व्यवस्था कराया जाना बताया गया।
*पवनेश(सोनू कौशिक )आज का मुद्दा*
बुलन्दशहर
तहसील व विकास खण्ड सिकन्द्राबाद के अन्तर्गत गांव भौखेड़ा में निराश्रित गौवंशों के संरक्षण के लिए बनाये गये वृहद गौसंरक्षण केन्द्र का जिलाधिकारी श्री चन्द्र प्रकाश सिंह ने औचक निरीक्षण करते हुए गौवंशों के लिए भूसा, चारा, पानी आदि की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
गौशाला में कुल 327 गौवंश (नर-मादा) संरक्षित होना बताया गया। यह भी बताया गया कि गौसंरक्षण केन्द्र से कुल 21 गौवंशों को सहभागिता योजना के अन्तर्गत सुपुर्दगी में दिया गया है।
गौशाला में गौवंशों के सापेक्ष पर्याप्त मात्रा में भूसा स्टोर में भूसे की उपलब्धता करायी गई है। निर्मित स्टोर कक्ष के अतिरिक्त भी भूसा संरक्षित पाया गया जो खुले में रखा गया है, जो वर्षा के मौसम में खराब हो सकता है।
अतः इस संबंध में निर्देशित किया गया कि खुले में रखे भूसा को तिरपाल आदि से कवर किया जाये ताकि आंधी अथवा वर्षा में भूसा खराब न हो। इसके साथ ही प्रतिदिन हरे चारे को खरीदकर व्यवस्था कराया जाना बताया गया।
गौवंशों के पानी पीने हेतु गौशाला में सम्बरसेबिल स्थापित कराते हुए होदी बनाकर व्यवस्था करायी गई है। मौके पर उपस्थित पशु चिकित्साधिकारी से गौवंशों के स्वास्थ्य एवं ईयर टैगिंग के बारे में जानकारी करने पर बताया गया कि सभी गौवंशों की ईयर टैगिंग सुनिश्चित की गई है।
पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि गौवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए आवश्यक उपचार दिया जाये। इसके साथ ही वर्तमान में प्राप्त होने वाले गौवंश के संबंध में पंजिका में पृथक कॉलम बनाकर नये गौवंश प्राप्त होने की तिथि एवं उनके स्वास्थ्य की स्थिति का अंकन तथा गौवंश के ईयर टैग का नम्बर भी पंजिका में दर्ज किया जाये।
उन्होंने कहा कि गौशाला परिसर से प्रतिदिन गौवंश के गोबर को साफ कराय जाए तथा गोबर को एक स्थान पर एकत्रित कर नियमानुसार नीलामी के माध्यम से बिक्रय किया जाए। गौसंरक्षण केन्द्र में व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी हासिल करने पर बताया गया कि गौशाला में हरे चारे को काटने के लिए एक कटर मशीन उपलब्ध करायी गई है
जिसके संचालन हेतु एक विद्युत मोटर की आवश्यकता है। इस संबंध में उप जिलाधिकारी सिकन्द्राबाद को सीएसआर फंड से एक मोटर की व्यवस्था कराये जाने के निर्देश दिये। गौसंरक्षण केन्द्र में गौवंशों के संरक्षण हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश भी दिये गये।
इस गौशाला तक जाने के लिये सम्पर्क मार्ग कच्चा है, जो सिकन्द्राबाद-ककोड मुख्य मार्ग से निकलता है। अतः इस मार्ग में खडंजा लगवाये जाने हेतु बी0डी0ओ0 सिकन्द्राबाद को निर्देषित किया गया कि वह ग्राम सभा का प्रस्ताव कराकर ग्राम सभा निधि से इस मार्ग पर खड़ंजा नियमानुसार लगवाया जाना सुनिश्चित करें।
साथ ही इस गौशाला परिसर में टिन शेड के पीछे की तरफ खाली पडे मैदान में चारों ओर की सीमाओं पर पौधारोपण भी कराया जाये। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सिकन्द्राबाद, पशु चिकित्साधिकारी एवं ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।