स्याना :कैलिफोर्निया और अफ्रीका से शादी करने गांव बीहटा पहुंचा परिवार
1987 में वतन छोड़कर कैलिफोर्निया गए स्याना के गांव बीटा के मूलचंद त्यागी ने अपनी बेटी की शादी के लिए वतन वापसी की है। मूलचंद त्यागी की बेटी कैलिफोर्निया में एप्पल कंपनी में उच्च पद पर कार्यरत है।
कैलिफोर्निया और अफ्रीका से शादी करने गांव बीहटा पहुंचा परिवार
1987 में वतन छोड़कर कैलिफोर्निया गए स्याना के गांव बीटा के मूलचंद त्यागी ने अपनी बेटी की शादी के लिए वतन वापसी की है। मूलचंद त्यागी की बेटी कैलिफोर्निया में एप्पल कंपनी में उच्च पद पर कार्यरत है। बेटी की शादी के लिए उन्होंने वतन वापसी की। मूलचंद त्यागी की बेटी की शादी में 12 देशों से लोग शरीक होने आए हैं।
मूलचंद त्यागी का जन्म स्याना क्षेत्र के गांव बिहटा में एक मध्यवर्गीय किसान परिवार हुआ था। मूलचंद त्यागी 1987 में बीएससी करने के बाद कैलिफोर्निया चले गए। आज मूलचंद त्यागी ने कैलिफोर्निया में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। उनकी बेटी सृष्टि कैलिफोर्निया में एप्पल कंपनी में उच्च पद पर कार्यरत है। मूलचंद त्यागी ने बताया कि विदेश की चका चोंद से दूर वह अपनी पुत्री सृष्टि का विवाह करने अपनी जन्मस्थली गांव बिहटा पहुंचे हैं। क्षेत्र के ऊंचा गांव स्थित किले में विवाह समारोह चल रहा है।
अफ्रीका से बारात लेकर भारत पहुंचा दूल्हा
अफ्रीका से बारात लेकर पहुंचा दुल्हा र्मोहित भारद्वाज अपने विदेशी मेहमानों के साथ परंपरागत रीति रिवाज के साथ विवाह की रस्म कर रहे है । विवाह समारोह में भाग लेने के लिए लगभग 12 देश से अधिक के लोग यहां आए हैं। मूलचंद त्यागी ने बताया कि वतन की उन्हें हमेशा याद आती है। वह अपने परिवार के साथ बेटी की शादी करने के लिए अपने पैतृक गांव पहुंचे।
12 देशों से आए मेहमानों का हुआ जोरदार स्वागत
भारत देश से आए मेहमानों का जोरदार स्वागत हुआ है। सभी विदेशी मेहमानों को भारतीय परंपरा के अनुसार तिलक कर उनका स्वागत किया गया। अफ्रीका से आए दूल्हे के साथ बारातियों ने भारतीय व्यंजनों को चखा। भारतीय व्यंजनों को चक विदेशी बारातियों ने भारतीय मूल के गानों पर जमकर डांस किया। भारतीय परंपरा के अनुसार शादी के सभी रीति रिवाज संपन्न कराए जा रहे हैं।
वतन वापसी कर बेटी की शादी बनी चर्चा का विषय
भारत आकर बेटी की शादी करने पर मूलचंद त्यागी की क्षेत्र में प्रशंसा हो रही है। क्षेत्र वासियों में मूलचंद त्यागी के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए उनका मनोबल बढ़ाया है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि अपनी जन्मस्थली के प्रति मूलचंद त्यागी के इस सम्मान ने भारत को गौरवान्वित महसूस कराया है।