गृह मंत्री के घर आए मणिपुर के नेताओं के उतरवाए गए जूते, जबकि शाह खुद चप्पल पहने बैठे रहे: राहुल गांधी

गृह मंत्री के घर आए मणिपुर के नेताओं के उतरवाए गए जूते, जबकि शाह खुद चप्पल पहने बैठे रहे: राहुल गांधी

गृह मंत्री के घर आए मणिपुर के नेताओं के उतरवाए गए जूते, जबकि शाह खुद चप्पल पहने बैठे रहे: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा अध्यक्ष और  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर मणिपुर के नेताओं के अपमान का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि मणिपुर के नेताओं को अमित शाह के आवास पर जूते उतारने के लिए कहा गया, जबकि वह (शाह) खुद चप्पल पहने हुए थे। गांधी के इस दावे पर सत्तापक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आरोप लगाया कि राहुल ने गृह मंत्री के खिलाफ अपने ''बेहद हास्यास्पद'' आरोप के जरिए धार्मिक परंपराओं पर ''आघात'' किया है। 
बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष की ओर से सबसे पहले बोलते हुए राहुल ने शाह को माफी मांग कहा। कांग्रेस नेता ने कहा कि मणिपुर के एक राजनीतिक नेता ने उन्हें बताया कि उन्हें गृह मंत्री के साथ मुलाकात के दौरान कथित तौर पर जूते उतारने के लिए कहे जाने पर अपमानित महसूस हुआ। 

'मैंने कभी इतना अपमानित महसूस नहीं किया-
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि यह राज्यों के संघ बनाम ''राजा के विचार'' की धारणा प्रतिनिधित्व करता है। राहुल ने कहा, ''कुछ दिन पहले, एक राजनीतिक नेता, मैं नाम नहीं ले रहा हूं, मणिपुर से मेरे पास आए थे। वह बहुत आक्रोशित थे। मैंने कहा 'तुम नाराज क्यों हो मेरे भाई' तो उन्होंने कहा 'राहुल जी मैंने इससे पहले कभी इतना अपमानित महसूस नहीं किया जितना कुछ दिन पहले से कर रहा हूं'।''
राहुल ने कहा कि उस नेता ने उन्हें बताया कि मणिपुर के सीनियर लीडर्स का प्रतिनिधिमंडल गृह मंत्री से मिलने गया था। इसके बाद उन्होंने नेता के हवाले कहा कि शाह के घर के बाहर प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को अपने जूते उतारने के लिए कहा गया था और जब वे गृह मंत्री के कमरे के अंदर गए, तो उन्होंने पाया कि उन्होंने अपनी ''चप्पल'' पहनी हुई थी।
'मणिपुर के नेता ने मुझे तस्वीरें दिखाईं'
राहुल ने सवाल किया, ''इसका क्या मतलब है? इसका वास्तव में क्या मतलब है? ऐसा क्यों है कि गृह मंत्री के घर में वह 'चप्पल' पहन सकते हैं लेकिन मणिपुरी राजनेताओं का प्रतिनिधिमंडल ऐसा नहीं कर सकता?'' सत्तापक्ष के सदस्यों ने जब इस दावे को चुनौती दी तो पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने भी आरोप की सत्यता पर सवाल उठाया था, लेकिन मणिपुर के नेता ने उन्हें तस्वीरें दिखाईं। राहुल ने कहा कि यह भारत के लोगो के सामने पेश आने का तरीका नहीं है।