प्रिया वल्लभ कुंज में त्रिदिवसीय 211वां पाटोत्सव 19 जनवरी से

वृन्दावन।छीपी गली स्थित प्राचीन ठाकुर श्री प्रिया वल्लभ कुंज में श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट, वृन्दावन के द्वारा 18वीं शताब्दी के रससिद्ध गृहस्थ संत व वाणीकार श्रीहित परमानंद दास महाराज एवं उनकी प्रमुख शिष्या

प्रिया वल्लभ कुंज में त्रिदिवसीय 211वां पाटोत्सव 19 जनवरी से

प्रिया वल्लभ कुंज में त्रिदिवसीय 211वां पाटोत्सव 19 जनवरी से

वृन्दावन।छीपी गली स्थित प्राचीन ठाकुर श्री प्रिया वल्लभ कुंज में श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट, वृन्दावन के द्वारा 18वीं शताब्दी के रससिद्ध गृहस्थ संत व वाणीकार श्रीहित परमानंद दास महाराज एवं उनकी प्रमुख शिष्या महारानी श्रीप्रियासखी जू के सेव्य ठाकुर श्रीविजय राधा वल्लभ लाल और ठाकुर श्रीप्रिया वल्लभ लाल महाराज का त्रिदिवसीय 211वां पाटोत्सव 19 से 21 जनवरी 2025 पर्यन्त अत्यन्त श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ आयोजित किया गया है।

जानकारी देते हुए समन्वयक डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने बताया है कि आचार्य विष्णु मोहन नागार्च के पावन सानिध्य में आयोजित होने वाले इस त्रिदिवसीय पाटोत्सव का शुभारंभ 19 जनवरी को प्रात: 06 बजे श्रीराधा वल्लभ संप्रदायाचार्य गोस्वामी श्रीहित गोविन्द लाल महाराज ध्वजारोहण करके करेंगे।तत्पश्चात 06 बजे से 08 बजे तक श्रीराधा रससुधानिधि का पाठ होगा। 07:30 बजे से श्रीराधा वल्लभ मंदिर के समाज मुखिया आचार्य राकेश दुबे की मुखियायी में मंगल बधाई समाज गायन किया जाएगा।तदोपरांत श्रीहरिनाम संकीर्तन आदि के आयोजन भी प्रारंभ होंगे।


20 जनवरी को प्रातः 06 से 08 बजे तक श्रीहित चतुरासी जी का पाठ होगा।इसके अलावा 09 बजे से श्रीहरिदासीय संप्रदाय के संत किशोरी शरण मुखिया (भक्तमाली) की अगुवाई में समाज गायन किया जाएगा।21 जनवरी को प्रातः काल ठाकुर विग्रहों का पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा।साथ ही उन्हें नवीन पोशाक धारण कराकर विशेष आरती की जाएगी।तत्पश्चात 10 बजे से डॉ. श्याम बिहारी लाल खंडेलवाल एवं श्रीहित जस अलिशरण महाराज की अगुवाई में मंगल बधाई समाज गायन आदि के कार्यक्रम सम्पन्न होंगे।

डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने बताया कि महोत्सव के अंतर्गत नित्य  दोपहर 03 से सायं 06 बजे पर्यन्त श्रीहित ध्रुव नागार्च महाराज अपनी सुमधुर वाणी के द्वारा समस्त भक्तों श्रद्धालुओं को श्रीभक्तमाल कथा का रसास्वादन कराएंगे।साथ ही महोत्सव में समस्त भक्तों-श्रद्धालुओं को ब्रज के प्रमुख संतों के आशीर्वचनों का लाभ भी प्राप्त होता।

मन्दिर के सेवायत व प्रख्यात भागवत प्रवक्ता आचार्य श्रीहित ललित वल्लभ नागार्च एवं श्रीहित रसिक वल्लभ नागार्च ने सभी से इस आयोजन में उपस्थित होने का अनुरोध किया है।