पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कृषि निर्यात की सम्भावनाएं एवं चुनौतियाॅ विषय पर वि0वि0 में आयोजित हुयी कार्यशाला

चै0 चरण सिंह वि0वि0 के ब्रहस्पति भवन में कृषि निर्यात की सम्भावनाओ पर आयोजित हुयी एक दिवसीय कार्यशाला पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कृषि निर्यात की सम्भावनाएं एवं चुनौतियाॅ विषय पर वि0वि0 में आयोजित हुयी कार्यशाला

पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कृषि निर्यात की सम्भावनाएं एवं चुनौतियाॅ विषय पर वि0वि0 में आयोजित हुयी कार्यशाला

         मेरठ (सू0वि0)

आजादी के .7.5 वर्ष पूर्ण होने पर अमृत महोत्सव के तहत एपीडा, बासमती निर्यात संवधर्न केन्द्र, मोदीपुरम, कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार एवं कृषि विभाग के संयुक्त तत्वाधान में श्री सुरेन्द्र सिंह, आयुक्त महोदय मेरठ मण्डल, मेरठ के अध्यक्षता में मेरठ एवं सहारनपुर मण्डल के कृषि सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों तथा फील्ड स्टाफ, कृषि निर्यातक, कृषि निवेश विक्रेता, एफ0पी0ओ0, एफ0पी0सी0 एवं प्रगतिशील कृषकों की उपस्थिति में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कृषि निर्यात की सम्भावनाएं एवं चुनौतियाॅ के विषय पर चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के ब्रहस्पति भवन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार के निदेशक श्री ऋषिरेन्द्र कुमार द्वारा प्रतिभाग किया गया। विशेष अतिथि के रूप में बी0ई0डी0एफ0(एपीडा) के निदेशक डा0 डी0डी0के0 शर्मा एवं उप महाप्रबन्धक, एपीडा श्रीमती विनीता सुधांशु द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया गया। कृषि निर्यात निति के बिन्दुओं पर सहायक विपणन अधिकारी श्री राहुल यादव द्वारा प्रकाश डाला गया। एफ0पी0ओ0 की व्यवहारिक उपयोगिता एवं संचालन प्रक्रिया के विषय में श्री रचित उप्पल, जिला विकास प्रबन्धक नावार्ड द्वारा बताया गया। निदेशक श्री श्रषिरेन्द्र कुमार द्वारा सभी वार्ताओं के ध्यान से सुना गया तथा प्रतिभागियों से विचार विमर्श करने उपरान्त आगमी नीतिगत निर्णयों में कार्यशाला के अनुभव को एक महत्वपूर्ण मानक के रूप में समझने की अभिलाषा जताई गई।

कार्यक्रम के अध्यक्ष मण्डलायुक्त श्री सुरेन्द्र सिंह सिंह द्वारा इस बात पर जोर दिया गया कि वर्तमान में रोड, रेल एवं वायु की सभी आवागमन की सुविधाओं में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उत्तरोत्तर वृद्धि हुयी है व पर्याप्त विकास किया जा रहा है। उत्पादकता एवं कृषि तकनीक के मामले में पश्चिमी उत्तर प्रदेश अग्रणी रहा है। आज निर्यात के क्षेत्र में आगे बढने का अवसर है। कृषकों तथा निर्यातकों को इसके लिए आगे आकर कार्य करना चाहिए।

निदेशक बी0बी0डी0एफ0 डा0 डी0डी0के0 शर्मा द्वारा प्रतिबंधित कीटनाशकों का प्रयोग न करने के साथ-साथ कृषकों को बीज उत्पादन में सहभागी लाने का आमंत्रण दिया गया। श्रीमती विनिता सुधांशू द्वारा एपीडा तथा उनकी योजनाओं और निर्यात संवर्धन नियमों तथा योजनाओं पर प्रस्तुतीकरण दिया गया।

संयुक्त कृषि निदेशक, मेरठ मण्डल, मेरठ डा0 अमरनाथ मिश्रा द्वारा कार्यक्रम के सम्बन्ध और विभिन्न विभागों द्वारा एक आयोजन मिलकर कैसे किया जाता है अनुपम उद्दाहरण के रूप में कार्यशाला की उपयोगिता बतलाई गयी और अपेक्षा की गयी कि आगामी भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन होते रहेंगे।

कार्यक्रम संचालन और कृषि विदेश व्यापार में बासमती की भूमिका का वर्णन बी0ई0डी0एफ0 के प्रधान वैज्ञानिक डा0 रितेश शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम का समन्वयक और आयोजन का दायित्व श्री प्रमोद सिरोही जिला कृषि अधिकारी, मेरठ द्वारा किया गया। धन्यवाद प्रस्ताव श्री अमरपाल, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, मेरठ द्वारा किया गया।

इस अवसर पर संयुक्त कृषि निदेशक डा0 अमरनाथ मिश्रा, वैज्ञानिक डा0 रितेश शर्मा, डा0 डी0डी0के0 शर्मा, श्री रचित उप्पल, श्रीमती विनिता सुधांशू, जिला कृषि रक्षा अधिकारी श्री अमरपाल, जिला कृषि अधिकारी श्री प्रमोद सिरोही सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी, कृषक आदि उपस्थित रहे।