फिरोजाबाद में यमुना नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार अपनी पूरी प्रशासनिक टीम के साथ यमुना किनारे वाले ग्रामीण क्षेत्रों का लगातार भ्रमण कर रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने सोफीपुर, पसीना वाले हनुमान मंदिर, यमुना के घाटों आदि का निरीक्षण कर यमुना के बढ़ते जलस्तर का आकलन किया
जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार अपनी पूरी प्रशासनिक टीम के साथ यमुना किनारे वाले ग्रामीण क्षेत्रों का लगातार भ्रमण कर रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने सोफीपुर
, पसीना वाले हनुमान मंदिर, यमुना के घाटों आदि का निरीक्षण कर यमुना के बढ़ते जलस्तर का आकलन किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। इसी क्रम में आज शुक्रवार को उन्होंने टूंडला क्षेत्र के गांव नियामतपुर, धीरपुरा ठार
लज्जाराम एवं उसके आसपास के गांव व मजरों का निरीक्षण कर यमुना के जलस्तर का जायजा लिया। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से कहा है कि अभी चिंता की कोई बात नहीं है। पूरा प्रशासन अलर्ट मोड पर है किसी को कोई चिंता नहीं करनी है। एहतियात के तौर पर उन्होंने
एसडीएम व तहसीलदार टूंडला को निर्देश दिए हैं कि वह अपने सभी लेखपाल व भू निरीक्षक एवं राजस्व विभाग के कर्मचारियों को इसी क्षेत्र में लगा कर रखें और वह हर स्थिति पर नजर रखें और सूचनाएं एकत्रित कर जानकारी देते रहे। उन्होंने कहा की यदि
आबादी क्षेत्र में कहीं पर पानी आने की संभावना बनती है तो पूरी प्रशासनिक टीम युद्ध स्तर पर कार्य करेगी। और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने संबंधित विभाग पुलिस, चिकित्सा, पशु चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा, सिंचाई, ग्राम्य
विकास विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वह अपनी टीम व अपने संसाधनों के साथ तैयार रहें। ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके और किसी भी हानि को रोका जा सके।
जिलाधिकारी ने उप-जिलाधिकारी टूण्डला को भी किसी भी प्रकार की आकस्मिक अथवा आपदा की स्थिति से निपटने हेतु बाढ़ चैकी को व्यवस्थित, निचले स्तर पर अस्थायी बाँध का निर्माण
, क्षेत्रीय नाविकों एवं गोताखोरों की टीम को तैयार रखने एवं अन्य सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर आपातकालीन स्थिति से निपटने हेतु निर्देशित किया है।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी फिरोजाबाद के साथ सत्येन्द्र सिंह, उप-जिलाधिकारी, टूण्डला, हेमन्त सिंह, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक सुभाषचन्द्र तथा क्षेत्रीय लेखपाल उपस्थित रहे।