डाक कांवड़ से शिवमय हुआ कांवड़ मार्ग

गाजियाबाद, 14 जुलाई (डाक कांवड़ से मेरठ रोड और पाइप लाइन मार्ग शिवमय हो गया है। इन दोनों रास्तों पर बड़ी संख्या में मोटर साइकिल, ट्रक और बड़े वाहनों में कांवड़िये डाक कांवड़ ला रहे हैं और गंतव्य की ओर निकल रहे हैं।

डाक कांवड़ से शिवमय हुआ कांवड़ मार्ग

गाजियाबाद, 14 जुलाई  डाक कांवड़ से मेरठ रोड और पाइप लाइन मार्ग शिवमय हो गया है।
इन दोनों रास्तों पर बड़ी संख्या में मोटर साइकिल, ट्रक और बड़े वाहनों में कांवड़िये डाक कांवड़ ला रहे


हैं और गंतव्य की ओर निकल रहे हैं। गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर में कांवड़ लेकर आए शिवभक्तों
ने हाजिरी का जल चढ़ाना शुरू कर दिया है। यह सिलसिला शनिवार को भी जारी रहेगा।


दूधेश्वर नाथ मंदिर में कांवड़ियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। मेरठ रोड पर डाक कांवड़ की
आवक बढ़ गई है। इसको देखते हुए मेरठ रोड की बाई साइड पर किसी गैर कांवड़ियों को जाने की


इजाजत नहीं दी जा रही है। कांवड़ साइड में वाहनों की तेज रफ्तार के कारण पैदल कांवड़ियों को भी
चलने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा, लेकिन धार्मिक स्थलों से कांवड़ लेतकर आ चुके शिवभक्त


हाजिरी का जल चढ़ा रहे हैं। त्रयोदशी का जल शुक्रवार शाम 07 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर 15
जुलाई को रात्रि 8 बजकर 32 मिनट तक चढ़ेगा। महंत नारायण गिरी के मुताबिक 15 जुलाई को रात्रि 8


बजकर 32 मिनट के बाद चतुर्दशी लगेगी और श्रावण शिवरात्रि का जलाभिषेक शुरू होगा। चतुर्दशी का
समापन रविवार 16 जुलाई को रात्रि 10 बजकर 8 मिनट पर होगा। लेकिन श्रावण शिवरात्रि का व्रत


शनिवार को ही रखा जाएगा। हरिद्वार, ऋषिकेश, गंगोत्री व गोमुख से गंगाजल लेकर आने वाले कांवड़ियों

ने मंदिर में भगवान दूधेश्वर के दरबार में हाजरी लगाकर हाजरी का जल चढाना शुरू कर दिया है। मंदिर
में कांवड़ियों व श्रद्धालुओं की भीड को देखते हुए

मंदिर के कपाट भक्तों के लिए 24 घंटे खोल दिए गए
हैं ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो।


मंदिर में एलईडी स्क्रीन पर सीधा प्रसारण होगा : कांवड़ मेला को देखते हुए मंदिर प्रशासन की ओर से
व्यापक इंतजाम किए हैं। कांवड़ियों और शिवभक्तों की सहूलियत के लिए 200 सेवादार तैनात किए गए


हैं। जो साफ-सफाई के साथ, बैरिकेडिंग में लाइन को व्यवस्थित करने में अपना योगदान देंगे। मंदिर की
पांच सौ मीटर परिधि को दो जोन और 15 सेक्टर में बांटा गया है। मंदिर में पांच एलईडी स्क्रीन भी


लगाई गई हैं, जिनमें जलाभिषेक का सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा। जलाभिषेक के लिए लाइन में लगे
और दर्शन करने आने वाले लोग एलईडी स्क्रीन पर शिवलिंग के दर्शन कर सकेंगे। जूते उतारने के लिए


पंडाल लगाया गया है और घंटाघर रामलीला मैदान में पार्किंग की व्यवस्था कराई गई है। मंदिर परिसर


के 16 सीसीटीवी कैमरों के अलावा 36 कैमरे अलग से लगवाए गए हैं। इनमें पुलिस चप्पे-चप्पे पर नजर
रखेंगी।