बाबासाहेब ने कहा था शिक्षा ऐसा शेरनी का दूध है जो पियेगा वही दहाड़ेगा : दलवीर वाल्मीकि

पंचकूला के गांव बुढनपुर में बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में काफी संख्या में लोग पहुंचे।

बाबासाहेब ने कहा था शिक्षा ऐसा शेरनी का दूध है जो पियेगा वही दहाड़ेगा : दलवीर वाल्मीकि

पंचकूला के गांव बुढनपुर में बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में काफी संख्या में लोग पहुंचे।

दलवीर वाल्मीकि ने कहा कि डा.भीमराव अम्बेडकर ने किसी एक समाज या एक व्यक्ति के लिए कार्य नही किया बल्कि  पूरे समाज के  हकों की लडाई लडी और देश को संविधान दिया जिसकी बदौलत भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहलाता है। संविधान में 18 वर्ष की आयु के सभी युवाओं को वोट डालने का अधिकार दिया। दलवीर वाल्मीकि
ने कहा कि बाबा साहेब ने गरीब, मजदूर, किसान, व्यापारियों की  भलाई के लिए कार्य किया

दलवीर वाल्मीकि  ने कहा कि शिक्षा एक बेहतर हथियार है जो  किसी भी युद्ध में पीठ नही दिखाने देता और शिक्षित व्यक्ति जीवन में कभी भी पीछे मुड़ता तथा सदैव आगे ही बढ़ता रहता है।