मां रत्नों के गांव मैं हिमाचल सरकार दियोटसिद्ध के पीठाधीश्वर और कार्यकारी ट्रस्ट बाबाजी का एक भव्य संग्रहालय बनाएं श्री धीरज महाराज

*मां रत्नों के गांव मैं हिमाचल सरकार दियोटसिद्ध के पीठाधीश्वर और कार्यकारी ट्रस्ट बाबाजी का एक भव्य संग्रहालय बनाएं श्री धीरज महाराज*

मां रत्नों के गांव मैं हिमाचल सरकार दियोटसिद्ध के पीठाधीश्वर और कार्यकारी ट्रस्ट बाबाजी का एक भव्य संग्रहालय बनाएं श्री धीरज महाराज

*मां रत्नों के गांव मैं हिमाचल सरकार दियोटसिद्ध के पीठाधीश्वर और कार्यकारी ट्रस्ट बाबाजी का एक भव्य संग्रहालय बनाएं श्री धीरज महाराज*                            

नोएडा ( मनोज वत्स ) 7 मई 2023 को कार्यक्रम के दौरान सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर सेक्टर 62 नोएडा के पीठाधीश्वर धीरज महाराज ने बाबा बालकनाथ के मूल स्थान गांव विडेह सतलाइ हिमाचल प्रदेश की और भक्तों दियोटसिद्ध के पीठाधीश्वर दियोटसिद्ध के ट्रस्ट और हिमाचल सरकार का ध्यान आकर्षित करने का अनुरोध किया

जहां मां रत्नो के घर रहकर बाबा बालक नाथ ने भोलेनाथ की तपस्या की बाबा खुद 12 वर्षों तक उस पावन धरा पर विराजमान रहे धीरज बाबा ने हिमाचल सरकार डॉट सिद्ध के सेवा ट्रस्ट और दियोटसिद्ध के पीठाधीश्वर महाराज को अनुरोध किया की बाबा के मूल स्थान पर एक संग्रहालय और मंदिर का निर्माण कराया जाए

जिससे भक्तों को बाबा के बारे में जानने का मौका मिले इस अवसर पर धीरज जी महाराज ने कहा कि यह कल्पना करके तो देखो कि जिस जगह पर बाबा 2 मिनट 2 घंटे या 2 दिन के लिए आए थे वहां इतना प्रभाव है

भक्तों को अलग ही अनुभूति होती है और वही भक्त अगर जहां बाबा खुद 12 साल तक रहे वहां जाएंगे भक्तों को कितने पॉजिटिव एनर्जी मिलेगी और भक्तों पर कितना प्रभाव पड़ेगा कार्यक्रम के दौरान सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर सेक्टर 62 नोएडा के पीठाधीश्वर श्री धीरज महाराज ने डॉट सिद्ध पीठ के पीठाधीश्वर महाराज से विनती की बाबा की जीवनी पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए

धीरज बाबा ने कहा कि यह जरा कल्पना तो करके देखो कि जिस जगह बाबा 2 मिनट 2 घंटा या 2 दिन के लिए आए थे वह अम्मा रत्नों का गांव के नाम से जाना जाता है और वहां परम प्रताप स्थित है

उन्होंने दियोटसिद्ध के पीठाधीश्वर को विनती करते हुए कहा कि कृपया बाबा जहां 12 साल तक रहे बाबा ने वहां तक किया बाबा जिस धरती पर पग-पग घूमे उस धरती पर अगर भक्त बाबा का गुणगान करेंगे तो उनको कितना सत्कर्म कितनी पॉजिटिव ऊर्जा और कितना उपकार होगा इसकी कल्पना करना चाहिए

धीरज बाबा ने दियोटसिद्ध के पीठाधीश्वर साथ ही हिमाचल सरकार को आगाह करते हुए कहा कि उस स्थान पर एक बाबा से जुड़ा संग्रहालय बना दिया जाए जिसका लाभ सभी भक्तों ले और बाबा को जाने समझे बाबा बालक नाथ सिद्ध पीठ सेक्टर 62 के पीठाधीश्वर श्री धीरज महाराज ने कहा कि भक्तों की मौजूदगी और भक्तों का उत्साह बाबा के प्रति प्रेम श्रद्धा कार्यक्रम को विशेष बना देती है


भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है बाबा ने कहा कि बाबा बालक नाथ के भक्त पूरा समय प्रेम श्रद्धा और विश्वास के साथ बाबा के प्रति समर्पित रहते हैं जिसका अनुकूल फल उनको मिलता है


धीरज बाबा ने बताया कि बाबा बालक नाथ सिद्ध पीठ सेक्टर 62 में प्रत्येक रविवार भजन कीर्तन कार्यक्रम आयोजित किया जाता है तथा उपस्थित सभी भक्तों प्रेम और श्रद्धा अनुसार भंडारे का भी आनंद लेते हैं बाबा ने कहा कि यह बाबा के प्रति प्रेम और विश्वास ही है जो भक्तों को हरियाणा राजस्थान दिल्ली मध्यप्रदेश और दूर-दर से लाकर बाबा के चरणों में डाल देता है


धीरज बाबा ने मंदिर प्रांगण में आए सभी भक्तों का तहे दिल से धन्यवाद करते हुए कोरोनावायरस प्रोटोकॉल का पालन करने का भी आदेश दिया उन्होंने कहा कि अगर किसी भक्त को खांसी जुकाम या बुखार है तो वह घर यूट्यूब चैनल के माध्यम से ही बाबा के दर्शन लाभ ले धीरज बाबा ने यूट्यूब चैनल के माध्यम से बाबा के दर्शन करने वाले हजारों भक्तों को शुभकामनाएं दी 


जो भक्त यूट्यूब चैनल के माध्यम से बाबा के दर्शन लाभ लेते हैं पूज्य गुरुदेव श्री धीरज महाराज उन सभी भक्तों की हाजिरी भक्तों का नाम लेकर बाबा के चरणों में लगाते हैं जो एक खास दृश्य होता है सभी भक्तों से निवेदन है जी जो यूट्यूब चैनल के माध्यम से बाबा के दर्शन लाभ ले रहे हैं वह कमेंट बॉक्स में बाबा का गुणगान अवश्य करें जिससे उनके नाम की हाजरी दरबार में लगाई जा सके  इस अवसर पर धीरज बाबा ने सभी भक्तों को कहा कि आगामी जेठ के प्रथम रविवार को मंदिर प्रांगण में एक भव्य ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया जाएगा जिसमें भक्त स्वेच्छा अनुसार ब्लड डोनेट कर असल लोगों की जरूरतमंद लोगों की मदद करके भी प्रभु के आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं स्वेच्छा अनुसार ब्लड डोनेट करें और किसी दूसरे व्यक्ति को जीवन दान दें यह मानव का प्रथम उद्देश्य होना चाहिए की किसी भी मनुष्य के कमाया जा सके

।। जय बाबे दी ।।