महापौर अग्रवाल ने गरीब की दुकान को कराया अतिक्रमण मुक्त
नई दिल्ली, 26 फरवरी गरीब की दुआ में तरक्की और बदुआ में पतन शामिल होता है यह कहावत ईमानदारी और कर्मठता का परिचय देते हुए पूर्वी दिल्ली नगर निगम में काबीज महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल पर सटीक बैठती है।
नई दिल्ली, 26 फरवरी गरीब की दुआ में तरक्की और बदुआ में पतन शामिल होता है यह कहावत
ईमानदारी और कर्मठता का परिचय देते हुए पूर्वी दिल्ली नगर निगम में काबीज महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल पर
सटीक बैठती है।
मामला त्रिलोकपुरी के 10 ब्लॉक का है जहां पर एक गरीब परिवार को अपनी दुकान से कब्जा
हटवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा।
यही नहीं श्रीपति नाम की पीड़ित महिला ने अपनी दुकान में अवैध
कब्जे को लेकर निगम के उच्च अधिकारियों और निगम नेताओं के खूब चक्कर लगाए लेकिन पीड़ित श्रीपति की
कोई सुनने वाला दिखाई नहीं दिया।
जब ये अवैध निर्माण का मामला पूर्वी निगम के आयुक्त विकास आनंद के
समक्ष पहुंचा तो कमिश्नर साहब ने तुरंत ही अवैध निर्माण तोड़ने के आदेश जारी कर दिए लेकिन दिल्ली पुलिस की
उदासीनता के कारण आखिरकार निगम की टीम को पुलिस बल नहीं मिल पाया।
फिर क्या था दबंगों के हौसले
और अधिक बढ़ने लगे लेकिन इस पर भी दुकान की मालकिन पीड़ित श्रीपति ने हार नहीं मानी और दबंगों के साथ
बड़ी निडरता और बहादुरी से अपनी दुकान के लिए संघर्ष करती रही।
फिर एक दिन पीड़िता श्रीपति को अचानक
किसी व्यक्ति ने कहा कि गरीब की मदद के लिए तत्पर रहने वाले महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल के पास जाओ वहीं
पर आपकी समस्या को सुना जाएगा और इसका निवारण भी किया जाएगा।
ये सब सुनकर पीड़िता श्रीपति अपने
परिवार के साथ पूर्वी दिल्ली के महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल के कार्यालय पहुंची।
पीड़िता की दुखी अवस्था और
दिल्ली पुलिस के इस ढीले रवैया को देखते हुए आखिरकार महापौर ने पीड़िता के साथ उसकी मदद करने का फैसला
कर लिया।
महापौर ने दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों को इस मामले से अवगत कराया और फिर क्या था
दिल्ली पुलिस हरकत में आई और निगम दस्ते ने मौके पर जाकर पुलिस बल के साथ आखिरकार उस अवैध
निर्माण को ढहा दिया।
तत्पश्चात श्रीपति के परिवार के लोगों को अपनी दुकान वापस मिल पाई। जिस पर पीड़िता
के परिवार के सदस्यों ने महापौर कार्यालय आकर भीगी पलकों से उनका आभार व्यक्त किया।