रामलीला में श्रीराम-हनुमान मिलन के दृश्य देख भाव विभोर हुए श्रद्धालु
ट्रांस हिंडन, 02 अक्टूबर टीएचए की विभिन्न रामलीला में रविवार को सीता हरण, श्रीराम-हनुमान मिलन, राम सुग्रीव मित्रता, बाली-सुग्रीव युद्ध, बाली मरण, सीता की खोज और लंका दहन लीला का मंचन किया गया।
ट्रांस हिंडन, 02 अक्टूबर टीएचए की विभिन्न रामलीला में रविवार को सीता हरण,
श्रीराम-हनुमान मिलन, राम सुग्रीव मित्रता, बाली-सुग्रीव युद्ध, बाली मरण, सीता की खोज और लंका
दहन लीला का मंचन किया गया। लीला में श्रीराम-हनुमान, राम-सुग्रीव मित्रता देखकर श्रद्धालु भाव
विभोर हो गए।
वसुंधरा सेक्टर-एक के रामलीला मैदान पर रविवार को श्री हरि रामलीला ट्रस्ट के तत्वाधान में
रामलीला का मंचन किया गया। लीला में राम-सुग्रीव मित्रता, बाली वध, हनुमान रावण संवाद और
लंका दहन तक भाव विहल दृश्य का मंचन किया गया। भगवान श्रीराम-हनुमान और हनुमान-रावण
संवाद ने श्रद्धालुओं को ओत प्रोत कर दिया और पवन पुत्र हनुमान के जयकारों से रामलीला का
मैदान गूंज उठा। लीला में सीता हरण के बाद जब भगवान श्रीराम सीता माता की तलाश में वन-वन
भटक रहे थे उस समय उनकी मुलाकात वन में घायल पड़े जटायु से हुई। जटायु ने उन्हें बताया कि
रावण, सीता माता का हरण कर लंका ले गया है और चित्रकूट पर्वत पर उन्हें वानर राज सुग्रीव से
मिले, जिससे उन्हे लंका पर चढ़ाई करने में मदद मिलेगी। जिसके बाद भगवान श्रीराम चित्रकूट की
ओर चल पड़े। पर्वत के पास पहुंचने पर वानर राज सुग्रीव हनुमान को यह सुनिश्चित करने के लिए
भेजते हैं कि कही बाली ने तो उन्हें मारने के लिए नही भेजा। तब हनुमान जी ब्राहम्ण का वेष धारण
कर श्रीराम एवं लक्ष्मण से भेंट करते है, भगवान श्रीराम को देखते ही हनुमान जी पहचान गए और
भाव विभोर होकर भगवान श्रीराम के चरणों में गिर गए और उन्हें साथ लेकर वानर राज सुग्रीव के
पास गए। वहां सुग्रीव ने श्रीराम को आश्वासन दिलाया कि वह उनकी हर संभव मदद करेंगे। इसके
साथ ही टीएचए के वैशाली सेक्टर-दो स्थित मां दुर्गा रामलीला कमेटी, इंदिरापुरम स्थित धरोहर
रामलीला, वसुंधरा सेक्टर-सात स्थित प्राचीन संकट मोचन श्री हनुमान मंदिर धार्मिक रामलीला सेवा
समिति, लाजपत नगर स्थित रामायण कला संगम समिति द्वारा रामलीला का मंचन किया गया।
सोसाइटी और मंदिर में शुरू हुआ दुर्गा पूजा
टीएचए की विभिन्न सोसाइटी और मंदिरों में रविवार (सप्तमी) के दिन दुर्गा पूजा की शुरूआत की
गई। इंदिरापुरम के न्यायखंड-एक स्थित सुपरटेक आइकॉन सोसाइटी में महासप्तमी में नवपत्रिका
प्रवेश संपन्न हुआ। महाषष्ठी में बिल्व निमंत्रण विधि से तैयार किए गए नवपत्रिका, यानि नौ प्रकार
के पत्तों (नव दुर्गा के प्रतीकात्मक) को केले के पेड़ से बांधकर उन्हें विधिवत स्नान करा कर, देवी के
नैन उन्मोचित किए गए। अहिंसाखंड-दो स्थित श्रीराम रेजिडेंसी में दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया।
इस दौरान सोसाइटी के लोगों ने मां की पूजा-अर्चना कर आर्शीवाद लिया। इस दौरान आशीष तोमर,
प्रतीक प्रकाश, सम्राट बनर्जी, सूरज, सुभाष झा, संजीव कंसवाल सहित सोसाइटी के अन्य लोग
शामिल रहे। वहीं, मोहन नगर मंदिर, शिव शक्ति मंदिर, कौशांबी स्थित मंदिर और इंदिरापुरम के
मंदिरों में श्रद्धालुओं ने सुबह से दर्शन कर आर्शीवाद लिया।