वन विभाग के तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं पकड़ा जा रहा आदमखोर गुलदार
बिजनौर : पूरे जिले में आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर गुलदारोंं को पकड़ने के लिए वन विभाग की एक्सपर्ट टीम तथा सामाजिक वानिकी वन प्रभाग बिजनौर द्वारा चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के बाद भी वन विभाग को गुलदारों को रेस्क्यू करने में सफलता नहीं मिल पा रही है
आज का मुद्दा ज़िला प्रभारी सैय्यद असद सुल्तान
बिजनौर : पूरे जिले में आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर गुलदारोंं को पकड़ने के लिए वन विभाग की एक्सपर्ट टीम तथा
सामाजिक वानिकी वन प्रभाग बिजनौर द्वारा चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के बाद भी वन विभाग को गुलदारों को रेस्क्यू करने में सफलता नहीं मिल पा रही है।
मानव वन्य जीव संघर्ष निवारण तथा जन हानि करित करने वाले तेंदुआ को रेस्क्यू कराने के लिए लगातार कॉम्बिंग गुलदारों के पगमार्क ट्रेल पहचान कराने के लिए कराई जा रही पेट्रोलिंग के दौरान ग्राम सिकंदरपुर मे गुलदार के हमले मे मारे गए वृद्ध
किसान ब्रह्मपाल सिंह के खेत मे घटना स्थल पर बांधे गए ओपन बैट (बकरे )को गुलदार द्वारा मारकर खाया जाना पाया गया।मौके पर गुलदार के पगमार्क की ट्रेल भी पाई गई।
उक्त ट्रेल को अनुसरण करते हुये नजीबाबाद टीम के साथ लगे डॉ दक्ष,बायोलॉजीस्ट लवप्रीत तथा डब्ल्यूटीआई की टीम द्वारा वन विभाग की रेस्क्यू टीम के साथ सिकंदरपुर गांव के गन्ने के खेतोँ मे थर्मल ड्रोन की
सहायता से लोकेट कर कॉर्डन ऑफ करने का प्रयास किया गया। वन विभाग की टीम का रेस्क्यू ऑपरेशन ग्राम हाजीपुर तथा ग्राम सिकंदरपुर गांव के मध्य जारी है। रात्रि मे भी थर्मल ड्रोन की सहायता से गुलदार को लोकेट कर कॉर्डन ऑफ करने की कार्यवाही
जारी रहेगी।जहाँ पर बकरी को गुलदार द्वारा मारा गया था, वहाँ पर नया मचान बनाकर डॉ दक्ष तथा उनके साथ वन विभाग की टीम को रेस्क्यू के समस्त उपकारणों सहित तैनात किया गया है।इसके साथ ही नाईट पेट्रोलिंग टीम भी इस एरिया मे लगाई गई है।
इस क्षेत्र से लगे नगीना रेंज के ग्राम तेलीपुरा तथा जलालपुर मे ड्रोन कैमरे की मदद से गुलदार को लोकेट कराने का प्रयास किया गया। परन्तु गुलदार लोकेट नहीं हो सका। नाईट पेट्रोलिंग के लिए हेतु पॉकेट 2 के गुलदार हमले हेतु नजीबाबाद तथा नगीना
तहसील क्षेत्र के गाँगन नदी से लगे सभी संवेदनशील गावों मे 5 स्टेटिक टीम तथा पॉकेट 1 रेहड़ एरिया मे 7 स्टेटिक टीम लगाई गई है। साथ ही साथ किसी भी आकस्मिक स्थिति अन्य जगहों पर गुलदार लोकेट होने पर,उसे रेस्क्यू करने के लिए 4 रैपिड रिस्पांस
टीम को भी लगाया गया है। दिन के समय मे सभी 4 आरआरटी टीम द्वारा ग्राम जगदीशपुर, थानपुर, अलहेपुर, हाजीपुर अलीपुरा,
तेलीपुरा, जलालपुर,वुधपुर नैन सिंह, बेग़मपुर शादी,आलमपुर गंगा आदि गांवों में गुलदार की सूचना पर टीम को मौके पर भेजा गया परन्तु इन सभी जगहों पर कही भी गुलदार के पगमार्क नहीं पाए गए।
गुलदार प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को गुलदार के हमलों से बचाव के लिए प्रभावित गावों मे गोष्ठीयां कर लोगों को गुलदार के हमले से वचाव के उपायों तथा उनकी पहचान के उपाय बताये गए।दिन मे कुछ सोशल मीडिया चैनल पर एक गुलदार के पेड़ पर
बैठे होने की सूचना होने पर ग्राम रोशनपुर पहुंचकर जाँच मे पाया गया कि गांव रोशनपुर मे एक पेड़ पर गुलदार होने की सूचना असत्य थी,जिसका खंडन उक्त ग्राम के ग्रामीणों द्वारा भी किया गया।
आकाशवाणी नजीबाबाद के माध्यम से आम जन मानस से अपील की गई की कृपया भ्रामक एवं असत्य सूचनाये न फैलाये
गुलदार से बचाव हेतु वन विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करें. तथा इस गुलदार रेस्क्यू ऑपरेशन मे वन विभाग का सहयोग करें।