अमेठी के लोगों को को 50 साल तक विकास से वंचित रखा गया : स्मृति ईरानी

केन्द्रीय मंत्री और अमेठी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद स्मृति ईरानी ने नेहरू-गांधी परिवार पर हमला करते हुए

अमेठी के लोगों को को 50 साल तक विकास से वंचित रखा गया : स्मृति ईरानी

केन्द्रीय मंत्री और अमेठी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की
सांसद स्मृति ईरानी ने नेहरू-गांधी परिवार पर हमला करते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि ;नामदारों
ने अमेठी को 50 सालों तक इसलिए विकास से वंचित रखा ताकि यहां के लोग गरीब और असहाय बने
रहें और उनके सामने हाथ जोड़कर खड़े रहें।


ईरानी ने अमेठी जिले के शुकुल बाजार के पांडेयगज गांव में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा,
”अमेठी ने उस वक्त को भी देखा है जब अमेठी के लोग यहां के सांसद से मिलने दिल्ली जाते थे। तब
या तो सांसद विदेश में होते थे या फिर उनकी सुरक्षा में लगे लोग उन्हें अंदर नहीं जाने देते थे।


उन्होंने कहा, नामदारों ने अमेठी को 50 सालों तक इसलिए विकास से वंचित रखा ताकि यहां के लोग
गरीब और असहाय बने रहें और उनके सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहें।” उन्होंने कहा, ”नामदारों की
सोच का नतीजा था कि अमेठी के एक लाख आठ हजार परिवारों के पास घर नहीं था। इसके अलावा
चार लाख परिवारों के पास पीने के पानी का नल नहीं था तथा तीन लाख परिवारों के पास शौचालय नहीं
था।


ईरानी ने दावा किया, यहां से जो सांसद चुनकर जाते थे उन्हें जनता से कोई वास्ता नहीं था। सांसद तो
पांच साल में एक बार अमेठी आते थे।” अमेठी नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव
गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी यहां से सांसद रह चुके हैं। उनके पुत्र राहुल गांधी वर्ष 2004
से 2019 तक अमेठी से सांसद रहे थे।

साल 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा की स्मृति
ईरानी ने राहुल को पराजित किया था।


ईरानी ने कोरोना काल का जिक्र करते हुए राहुल और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा पर तंज करते हुए
कहा, ”जब पूरा देश संकट में था तब अमेठी भी उससे अछूता नहीं था। अमेठी की जनता भी भीषण
महामारी से जूझ रही थी। आपके बीच में जो वोट मांगने आते थे, वे भाई-बहन उस समय यहां नजर
नहीं आए।”

उन्होंने कहा, ”जिसने गरीबी नहीं देखी है उसे गरीबों के दर्द का आभास कैसे हो सकता है।
आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गरीबों का दर्द पता है। विकास गांव तक कैसे पहुंचे, उस पर उनका
चिंतन रहता है। वह सांसद, सरकार और विधायक के तालमेल से विकास की गति को तेजी से बढ़ा रहे
हैं।”