भ्रष्टाचार के मसाले से खड़ा कर दिया गया गंगा पर पुल, डीएम ने गठित की टीम

स्याना के नरसेना क्षेत्र में गंगा नदी पर लगभग 83 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे निर्माणाधीन पुल के तीन बीम गिरने के मामले की शासन स्तर से जांच शुरू

भ्रष्टाचार के मसाले से खड़ा कर दिया गया गंगा पर पुल, डीएम ने गठित की टीम

*भ्रष्टाचार के मसाले से खड़ा कर दिया गया गंगा पर पुल*

- *बीम गिरने के मामले में जांच के लिए डीएम ने गठित की टीम*

*स्याना के नरसेना क्षेत्र में गंगा नदी पर लगभग 83 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे निर्माणाधीन पुल के तीन बीम गिरने के मामले की शासन स्तर से जांच शुरू*

- *खबर प्रकाशित होते ही मचा हड़कंप*

- *अधिकारियों ने लिया खबर का संज्ञान*

- *खबर छपने के बाद विभागीय अधिकारियों में मची खलबली*

स्याना के नरसेना क्षेत्र में गंगा नदी पर लगभग 83 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे निर्माणाधीन पुल के तीन बीम गिरने के मामले की शासन स्तर से जांच शुरू हो गई है। शासन से गठित टीम मौके पर जांच करने पहुंची और कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर की लापरवाही सामने आने पर फटकार लगाई।तकनीकी जांच दल ने जांच के लिए बीम का सैंपल एकत्रित किया। बताया जा रहा है कि आईआईटी के विशेषज्ञ प्रोफेसर भी जल्द जांच के लिए मौके पर पहुंचेंगे।

बुलंदशहर जनपद और अमरोहा को जोड़ने वाला 1062 मीटर का पुल का गंगा नदी पर निर्माण चल रहा है। कार्यदायी संस्था एडिको द्वारा कार्य किया जा रहा है, और सेतु निगम इसकी निगरानी कर रहा है। दिसंबर 2021 में पुल निर्माण का कार्य शुरू किया गया और मई 2024 में इसे पूरा करने का समय निर्धारित है। लेकिन अभी तक 60 फीसदी काम ही पूरा हो सका है। शुक्रवार की रात को निर्माणधीन पुल के 3 बीम भर भराकर गिर गए थे। शनिवार को सपानेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुल के बीम गिरने पर ट्वीट कर सरकार को घेरने और पुल निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे।

*प्रोजेक्ट मैनेजर को लगाई फटकार*

लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम लखनऊ के अधिकारियो का जांच दल मौके पर जांच को पंहुचा, जांच दल के आने की सूचना पर गाजियाबाद, बुलंदशहर के विभागीय अधिकारी भी मौके पर पहूंच गए। शासन के उप सचिव राजेश प्रताप सिंह, लोक निर्माण विभाग ग्रामीण के प्रमुख अभियंता अशोक अग्रवाल, राज्य सेतू निगम के प्रबंध निदेशक धर्मवीर सिंह और लोक निर्माण विभाग के पश्चिम क्षेत्र मुख्य अभियंता सदनलाल गुप्ता आदि अधिकारियो ने जांच शुरू की।जांच टीम ने कार्यदयी संस्था के इंजीनियर और निर्माण कार्य में लगे कर्मचारियों से नाम पते मोबाइल नंबर और उनके अनुभव कीजानकारी हासिल की बातचीत के दौरान जब प्रोजेक्ट मैनेजर की लापरवाही सामने आने पर पूछताछ कर रहे अधिकारी ने उसे जमकर फटकार लगाई।