मोक्ष प्राप्ति का सर्वोत्तम मार्ग है श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण : आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज

वृन्दावन।रमणरेती क्षेत्र स्थित फोगला आश्रम में भागवत मिशन फाउंडेशन के द्वारा अष्टदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं श्रीगुरु पूर्णिमा महोत्सव अत्यंत हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ प्रारम्भ हो गया है।

मोक्ष प्राप्ति का सर्वोत्तम मार्ग है श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण : आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज

मोक्ष प्राप्ति का सर्वोत्तम मार्ग है श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण

वृन्दावन।रमणरेती क्षेत्र स्थित फोगला आश्रम में भागवत मिशन फाउंडेशन के द्वारा अष्टदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं श्रीगुरु पूर्णिमा महोत्सव अत्यंत हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ प्रारम्भ हो गया है।महोत्सव का शुभारंभ पीठाधीश्वर  सिद्ध पीठ धाम, घाटा मेंहदीपुर महंत डॉ. नरेश पुरी महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य दीप प्रज्ज्वलित एवं श्रीमद्भागवत ग्रंथ व व्यासपीठ का पूजन-अर्चन करके किया।इससे पूर्व श्रीहनुमान टेकरी आश्रम से कथा स्थल तक गाजे-बाजे के मध्य श्रीमद्भागवतजी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई।जिसमें देश-विदेश के अनेकों भक्त-श्रद्धालु श्रीराधा-कृष्ण की महिमा से ओतप्रोत भजनों पर नाचते-झूमते हुए साथ चल रहे थे।


व्यासपीठ से श्रीहरिदासी वैष्णव संप्रदायाचार्य विश्वविख्यात भागवत प्रवक्ता आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने सभी भक्तों-श्रृद्धालुओं को श्रीमद्भागवत महापुराण के महात्म्य की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि अखिल कोटि ब्रह्माण्ड नायक परब्रह्म परमेश्वर भगवान श्रीकृष्ण का शब्द स्वरूप ग्रंथ श्रीमद्भागवत महापुराण साक्षात कल्पवृक्ष के समान है।इसका आश्रय लेने वाले व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।साथ ही उनके सभी पापों का क्षय हो जाता है। 


उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत में समस्त धर्म ग्रंथों का समावेश है।क्योंकि महर्षि वेदव्यासजी महाराज ने सभी ग्रंथों की रचना करने के बाद श्रीमद्भागवत महापुराण की रचना की थी।इसीलिए इसे पंचम वेद माना गया है।वस्तुत: मनुष्य की मोक्ष प्राप्ति का यदि कोई सर्वोत्तम मार्ग है, तो वो श्रीमद्भागवत महापुराण है।


पीठाधीश्वर सिद्ध पीठ धाम, घाटा मेंहदीपुर महंत डॉ. नरेश पुरी महाराज ने कहा कि श्रीहरिदासी वैष्णव संप्रदायाचार्य विश्वविख्यात भागवत प्रवक्ता आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने भागवत मिशन फाउंडेशन के द्वारा समूचे विश्व में धर्म व अध्यात्म का प्रचार-प्रसार करके असंख्य व्यक्तियों का कल्याण किया है और कर रहे हैं।साथ ही उन्हें श्रीकृष्ण भक्ति की ओर अग्रसर किया है।जो कि अति प्रशंसनीय है।


इस अवसर पर अखंडानन्द आश्रम के संत महेशानंद सरस्वती महाराज, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, प्रमुख समाजसेवी दासबिहारी अग्रवाल, पंडित उमाशंकर, आचार्य किशोर कुमार शर्मा, आचार्य राजा पंडित, आचार्य रविन्द्र पण्डित, डॉ. राधाकांत शर्मा, अमित पाठक आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।