श्री हनुमान सेवा न्यास और श्रीराम राज फाउंडेशन द्वारा जगतगुरु रामभद्राचार्य द्वारा नोएडा स्टेडियम में संचालित श्री रामकथा का मध्यकाल अर्थात् पाँचवा दिन

श्री हनुमान सेवा न्यास और श्रीराम राज फाउंडेशन द्वारा जगतगुरु रामभद्राचार्य द्वारा नोएडा स्टेडियम में संचालित श्री रामकथा का मध्यकाल अर्थात् पाँचवा दिन श्याम 5 बजे से प्रारंभ हुआ । श्रीरामचरित मानस की चौपाई और दर्शकों से जय हनुमान के उद्घोष के साथ जगतगुरु ने पंडाल को भक्तिमय माहौल से भर दिया ।

श्री हनुमान सेवा न्यास और श्रीराम राज फाउंडेशन द्वारा जगतगुरु रामभद्राचार्य द्वारा नोएडा स्टेडियम में संचालित श्री रामकथा का मध्यकाल अर्थात् पाँचवा दिन

श्री हनुमान सेवा न्यास और श्रीराम राज फाउंडेशन द्वारा जगतगुरु रामभद्राचार्य द्वारा नोएडा स्टेडियम में संचालित श्री रामकथा का मध्यकाल अर्थात् पाँचवा दिन श्याम 5 बजे से प्रारंभ हुआ । 


श्रीरामचरित मानस की चौपाई और दर्शकों से जय हनुमान के उद्घोष के साथ जगतगुरु ने पंडाल को भक्तिमय माहौल से भर दिया ।
सीताराम जय सीताराम के कीर्तन पर ताल ठोकते रहे और दर्शकों से निकलकर महिला श्रद्धालुओं ने मंत्रमुग्ध होकर नृत्य किया ।


मीडिया प्रभारी अवनीश सिंह ने बताया कि गुरु जी के दर्शन के लिए उनके अस्थायी आवास पर भी श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहता है और जगतगुरू लगातार दर्शन लाभ दे रहे हैं हज़ारो श्रद्धालु का ताँता लगा रहता है ।


जगत्गुरु ने बताते हुए कहा की कालिदास ने रघुवंश की १६ विशेषताओं का वर्णन किया है जिस में सभी पर श्री राम ने विजय प्राप्त की जिसे कोई सामान्य व्यक्ति नहीं कर सकता  । श्री राम के बाल्यकाल का वर्णन करते हुए जगतगुरु ने जब गाया की राजा दशरथ

के अंगनवा खेले चारो ललनवा तब पूरा पंडाल एक सुर में गाने लगा और श्री राम का सजीव चित्रण सबके सामने आ गया ।


कथा के दौरान गुरु जी ने मणिपुर की घटना का भी ज़िक्र किया और बताया की  मणिपुर में महिला के साथ हुई घटना दर्दनाक है और इसके लिए पीछे की केंद्र सरकार भी ज़िम्मेदार है जिन्हें गन्ने और चीनी में अंतर नहीं समझ आता । 


मंच पर आज कई गणमान्य नागरिकों द्वारा आरती का कार्यक्रम पूर्ण किया गया जिसके ज़ेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे । 


कथा के मध्यकाल में पाँचवे दिन गुरु जी ने कहा की विस्वास दिलाता हूँ की नौवें दिन पूरा नोएडा राम मय हो जायेगा ।
आयोजकों ने बताया की अधिक से लोग स्वतः आ रहे हैं फिर भी कई माध्यमो से प्रचार कार्य जारी हैं