5 करोड़ की जीएसटी चोरी किए जाने की दी जानकारी इंफोर्शल टेक्नोलॉजी प्राइवेट कंपनी में विदेश से तस्करी कर लाए गए अवैध मोबाइल फोनों को पार्ट्स बदलकर बरसों से बिक्री करने वाली कंपनी का पुलिस ने किया भंडाफोड़
विदेशों से तस्करी कर लाए गए करोड़ों की कीमत के सैकड़ों अवैध मोबाइल मोबाइल फोन को एनसीआर क्षेत्र मैं पार्ट्स बदलकर बिक्री करने वाली फैक्ट्री का पुलिस ने किया भंडाफोड़
नोएडा थाना सेक्टर 20 पुलिस द्वारा विदेशों से तस्करी कर लाई गई एवं एनसीआर क्षेत्र के अवैध मोबाइल फोन के पार्ट्स बदलकर बिक्री करने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए दो करोड़ व सैकड़ों अवैध मोबाइल फोन एक लैपटॉप बाय रिपेयरिंग करने के
उपकरण उपकरणों सहित एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है ,थाना सेक्टर 20 पर 25/02 /2003 को नोएडा पुलिस द्वारा विदेशों से विभिन्न कंपनियों के मोबाइल फोन में को आयात एवं रिपेयरिंग कर एक्स्ट्रा कवर ब्रांड की पैकिंग करने वाली कंपनी
इंफोसिस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड का भंडाफोड़ करते हुए अभियुक्त दिवाकर शर्मा पुत्र राकेश कुमार शर्मा निवासी कृष्णा नगर कॉलोनी बरौला बाईपास रोड थाना बन्नादेवी जनपद अलीगढ़ वर्तमान पता सेक्टर 8 नोएडा से गिरफ्तार किया गया है! जिस के
संबंध में थाना सेक्टर 20 नोएडा पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है आरोपियों द्वारा इंफोसॉल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड बी- 21 सेक्टर 8 नोएडा में अवैध मोबाइलों का आयात एवं रिपेयरिंग कर एक्स्ट्रा कवर ब्रांड की पैकिंग के द्वारा विक्रय
करने वाला कार्य करीब 5 वर्षों से किया जा रहा है इससे पूर्व है कंपनी एचसीएल डेल आदि कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर के तौर पर लैपटॉप रिपेयरिंग का कार्य करते थे
उक्त कंपनी के मालिक सुमित गुप्ता निवासी दिल्ली डायरेक्टर अरुण भादास निवासी ग्रेटर नोएडा है,
आरोपियों द्वारा विदेश से विभिन्न कंपनियों के मोबाइल फोनों को आजाद करा अब कंपनी की डिटेल में मारपीट किए बिना ही अपनी कंपनी इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड का ब्रांड नेम एक्स्ट्रा कवर की पैकिंग में बिना बिल के विक्रय करना
आरोपियों द्वारा प्रयोग किए गए अवैध मोबाइल फोन को एनसीआर में संदिग्ध व्यक्तियों से आईडी व खरीदना पार्ट्स बदलकर ग्राहकों को भ्रमित करना आरोपियों द्वारा संदिग्ध व्यक्तियों से खरीदे गए मोबाइल फोन के पार्ट्स बदलकर असेंबलिंग करना
आरोपियों द्वारा वितरित किए गए नए मोबाइल फोन की सर्विस की गारंटी ग्राहकों को ना देना आरोपियों द्वारा किए गए विभिन्न कंपनियों के मोबाइल कंपनियों के अधिकृत सर्विस सेंटर नहीं होती है बल्कि ग्राहकों को इनकी सर्विस सेंटर पर आना पड़ता है
आरोपियों द्वारा 1,एनसीआर आदि की मत करा कर देना पुलिस की सूचना पर पहुंची मौके पर पहुंची है प्रारंभिक जांच से करीब 5 करोड़ की चोरी का मामला प्रकाश में आया है इनके पास से एक रजिस्टर बनाने वालों के लूट चोरी की है डिटेल नहीं अंकित है
और ना ही इनके पास कोई खरीद की रसीद है जिससे स्वामी का पता किया जा सके साथ ही साथ इनके द्वारा अलग-अलग व्यक्तियों से खरीदे जाते हैं जिसका कोई भी विवरण के पास मौजूद नहीं है इनके द्वारा जो भी कर्मचारी कंपनी में कार्य करने वाले
होते हैं उनको केवल 20 से 25 दिनों के लिए ही काम पर रखते थे जिससे उनको इसके बारे में कोई जानकारी ना हो पाए इनके द्वारा अलग-अलग फोन के पाठ से निकाल कर एक नया फोन तैयार किया जाता था जिसकी कीमत बाजार कीमत से 50 से 60%
कम होती थी और इसका कोई भी बिल ग्राहक को नहीं दिया जाता था साथ ही साथ उस फोन की वास्तविक पैकिंग भी गायब रहती
थी जिससे किसी फोन की बाजारों कीमत ₹100000 है तो इनके द्वारा इसको 35 से ₹40000 में बेचा जाता था पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर अभियुक्त के विरुद्ध धारा में मुकदमा पंजीकृत कर अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में भेजा