श्रद्धालुओं ने किए ब्रज के प्राचीन स्थलों के दर्शन
वृन्दावन।श्रीराधा कृष्ण प्रेम संस्थान के द्वारा ठाकुर श्रीराधा माधव भगवान की कृपा एवं निकुंजवासी भक्तिमती पद्मा बाई बुआजी की पावन स्मृति में चल रहे ग्यारहवें सप्त दिवसीय ब्रज चौरासी कोस दर्शन यात्रा महोत्सव
सप्त दिवसीय ब्रज चौरासी कोस दर्शन यात्रा के अंतर्गत भक्तों-श्रद्धालुओं ने किए ब्रज के प्राचीन स्थलों के दर्शन
वृन्दावन।श्रीराधा कृष्ण प्रेम संस्थान के द्वारा ठाकुर श्रीराधा माधव भगवान की कृपा एवं निकुंजवासी भक्तिमती पद्मा बाई बुआजी की पावन स्मृति में चल रहे ग्यारहवें सप्त दिवसीय ब्रज चौरासी कोस दर्शन यात्रा महोत्सव के छठवें दिन देश-विदेश से आए सैकड़ों भक्तों-श्रद्धालुओं ने आचार्य विपिन बापू महाराज के सानिध्य में श्रीप्रियाकांत मन्दिर, जयकुंड, कालिया नाग दर्शन (जैंत), राधा माधव मंदिर (कोसीकलां), मेंहदीपुर बालाजी, मां भगवती मन्दिर, गोमती माता मन्दिर, शेष शायी, प्रहलाद कुंड (फालैन), नन्दन वन, खेलनवन (शेरगढ़), ऐंचा दाऊजी, बिहारवन, अक्षय वट, मनसा देवी मंदिर (देवी आटस) आदि स्थानों के दर्शन किए। सायं को वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य श्रीधाम वृन्दावन में यमुना महारानी का पूजन किया गया।साथ ही उनकी महाआरती की गई।
संयोजक व प्रख्यात भागवताचार्य विपिन बापू महाराज ने बताया कि यात्रा के समापन से पूर्व देश के विभिन्न प्रांतों से आए सभी भक्तों-श्रद्धालुओं के द्वारा दुग्धधारा के साथ श्रीधाम वृन्दावन की पंचकोसी परिक्रमा की जाएगी।तत्पश्चात संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारा आदि के कार्यक्रम संपन्न होंगे।
ब्रज 84 कोस दर्शन यात्रा में श्रीमती प्रभा-सुरेन्द्र गोयल(बड़ौदा), श्रीमती किरण-अमित बिंदल (थानखमरिया), श्रीमती ममता-विनोद शर्मा (वृन्दावन), संत रासबिहारी दास महाराज, श्रीमती मीना-अशोक व्यास, श्रीमती तृप्ता डालमिया (लुधियाना), श्रीमती विजय-कृष्णराव सूद, श्रीमती उर्मिला-मदन लाल सिंघल (काठमांडू), श्रीमती नीता देवी सिंघल, श्रीमती पूर्णिमा देवी दासी (वृन्दावन), श्रीमती प्रेम सुधा भदौरिया, श्रीमती पूजा शर्मा (कोलकाता), श्रीमती अनिता भरतिया, श्रीमती गीता भरतिया, श्रीमती रेणुका-मनमोहन
अग्रवाल (वाराणसी), श्रीमती सब्बू-सचिन अवस्थी (फर्रुखाबाद), श्रीमती शारदा देवी-गोविन्द राम सरिया (विराटनगर), श्रीमती गोरज देवी-पुरुषोत्तम लाल सर्राबगी (सिलीगुड़ी), श्रीमती पार्वती देवी अग्रवाल (सिक्किम),श्रीमती ऊषा रानी सूद, श्रीमती शशि सूद (जालंधर), श्रीमती रजिंद्र सूद (अंबाला), श्रीमती राजरानी सूद आदि की उपस्थिति विशेष रही।