कांग्रेस पार्टी के विधानसभा घेराव के दौरान एक कार्यकर्ता की मौत के मामले में FIR दर्ज

खनऊ। कांग्रेस पार्टी के विधानसभा घेराव के दौरान एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। इस मामले में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

कांग्रेस पार्टी के विधानसभा घेराव के दौरान एक कार्यकर्ता की मौत  के मामले में FIR दर्ज

कांग्रेस पार्टी के विधानसभा घेराव के दौरान एक कार्यकर्ता की मौत  के मामले में FIR दर्ज

लखनऊ। कांग्रेस पार्टी के विधानसभा घेराव के दौरान एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। इस मामले में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। प्राप्त सूचना के अनुसार प्रभात के चाचा की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। लखनऊ की  हुसैनगंज कोतवाली में यह रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। प्रभात के चाचा ने कहा मुझे नहीं पता मेरा भतीजा कांग्रेस कार्यालय कैसे पहुँचा।

सूचना के अनुसार प्रभात पांडेय की मौत के मामले में उनके चाचा विज्ञान खंड गोमतीनगर निवासी मनीष ने हुसैनगंज थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई है। मनीष के मुताबिक प्रभात एमिटी यूनिवर्सिटी के सामने पीजी में रहते थे। बुधवार शाम को 4रू15 बजे उनके पास कांग्रेस दफ्तर से फोन आया था। बताया गया कि आपके भतीजा कांग्रेस दफ्तर में दो घंटे से बेहोश पड़े हैं। मनीष ने फौरन अपने परिचित संदीप को प्रभात के पास कार्यालय भेजा।

मनीष के मुताबिक संदीप ने उन्हें फोन पर बताया कि प्रभात के हाथ पैर ठंडे हो गए हैं। संदीप के दबाव बनाने पर कांग्रेस दफ्तर के कुछ लोग प्रभात को एक इनोवा गाड़ी से सिविल अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने प्रभात को मृत घोषित कर दिया। मनीष का कहना है कि प्रभात पीजी में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। प्रभात कांग्रेस कार्यालय कैसे पहुंचे, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।

प्रभात को पूर्व में भी कोई बिमारी नहीं थी। आरोप है कि ऐसा लग रहा प्रभात के साथ कुछ अनहोनी हुई है और अज्ञात कारणों से उनकी हत्या की गई है। डीसीपी मध्य रवीना त्यागी के मुताबिक प्रथमदृष्टया डॉक्टरों के मुताबिक कोई भी जाहिरा चोट प्रभात के शरीर पर नहीं पाई गई है। वीडियोग्राफी के साथ पैनल के माध्यम से शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

लखनऊ पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर किसी भी प्रकार का बल प्रयोग नहीं किया गया था। इस घटना से जोड़कर गलत जानकारी व अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी ताकि कानून व्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। पुलिस ने अपील की है कि लोग किसी भी जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करें।

इस संवेदनशील मामले में सभी की भावनाओं का आदर किया जाएगा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।