गाजियाबाद डासना मंदिर पर महापंचायत के लिए जा रहे लोगों ने तोड़े बैरिकेड्स

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में यति नरसिंहानंद गिरि विवाद में रविवार को जमकर बवाल हुआ। पुलिस-प्रशासन ने डासना मंदिर पर महापंचायत की अनुमति नहीं दी थी।

गाजियाबाद डासना मंदिर पर महापंचायत के लिए जा रहे लोगों ने तोड़े बैरिकेड्स

डासना मंदिर पर महापंचायत के लिए जा रहे लोगों ने तोड़े बैरिकेड्स पुलिस ने खदेड़ा

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में यति नरसिंहानंद गिरि विवाद में रविवार को जमकर बवाल हुआ। पुलिस-प्रशासन ने डासना मंदिर पर महापंचायत की अनुमति नहीं दी थी। इसके बावजूद लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर समेत बड़ी संख्या में लोग रविवार को अलग-अलग रास्तों ने मंदिर की ओर जा रहे थे। लोगों को रोकने के लिए मंदिर की ओर जोन वाले रास्तों पर बैरिकेड्स के साथ भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी। पुलिस की सख्ती की वजह से कोई भी मंदिर के पास तक नहीं जा सका। अडिशनल सीपी दिनेश पी ने बताया कि मंदिर जाने वाले 20 पॉइंट पर फोर्स को लगाया था। हमारी कोशिश किसी भी प्रकार से विवाद करने से रोकने की थी। कुछ लोगों ने पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ा, जिसके बाद वहां तैनात फोर्स को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

जानकारी के अनुसार, मंदिर में महापंचायत के लिए रविवार सुबह 10 बजे का टाइम तय था। करीब साढ़े 10 बजे के बाद लोगों ने आना शुरू किया। विधायक साढ़े 11 बजे पहुंचे। इस दौरान महापंचायत के लिए पहुंचने वाले लोगों को कई इंटरनल रास्तों से भी भेजा। हालांकि, सभी पॉइंट पर पुलिस पहले से ही तैनात थी। विधायक नंदकिशोर के एनएच-9 की तरफ से आने से फोर्स की मूवमेंट उस तरफ ज्यादा थी। इस दौरान कई लोग दुधिया पीपल की तरफ से आए। उन लोगों ने बैरिकेड्स को तोड़ने का प्रयास किया। पुलिस के समझाने पर भी उनके नहीं मानने पर पुलिस ने लाठी फटकार कर लोगों को वहां से हटाया। इस दौरान कुछ लोगों ने दूसरे रास्तों से पहुंचने की कोशिश लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।

महापंचायत में आने के लिए लोगों को उकसाने वालों पर पुलिस ने 1 दिन पहले ही एक्शन शुरू कर दिया था। सोशल मीडिया पर लोगों से संपर्क करने के साथ कॉल कर उन्हें बुलाने वाले कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, करीब 50 ऐसे लोग जो विवाद कर सकते थे और महापंचायत के लिए आने वाले 65 लोगों को पुलिस ने मौके से पकड़ कर पुलिस लाइन भेजा।

रविवार सुबह कई लोगों ने सद्भावना कट से डासना मंदिर जाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस ने करीब 70 लोगों को हिरासत में लेकर वाहनों से पुलिस लाइन भेजा। इस बीच विधायक अपने समर्थकों के साथ एनएच-9 पर पहुंच गए और उन्होंने वहां जाम लगाने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें किनारे कर दिया। नंदकिशोर गुर्जर ने बताया कि मंदिर नहीं जाने देने पर उन्होंने बाहर ही महापंचायत की। विधायक ने तीन मांग रखी है जिसमें घुसपैठियों को बाहर करने के साथ, डासना मंदिर पर हंगामा करने वालों पर एनएसए लगाने की मांग की। उन्होंने इन मांगों के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। इस दौरान विधायक और उनके समर्थकों को के हाईवे पर आने के कारण जाम की स्थिति बन गई। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।क तरफ पुलिस ने लोगों को मंदिर में एंट्री नहीं लेने दी, दूसरी तरफ उदिता त्यागी, कुछ संत और सेवाधारों के साथ मंदिर के द्वार पर धरने पर बैठीं। इस दौरान उनका आरोप है कि पुलिस ने वहां संतों के साथ अभद्रता की। साथ ही, लोगों को वहां से जाने नहीं दिया। उन्होंने पुलिस पर मंदिर के लिए आ रहे युवाओं को लाठी मारने का भी आरोप लगाया है।

हाईवे पर महापंचायत और तीन मांग कर वहां से जाने वाले लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर हिंदू रक्षा दल के लोगों की तरफ से अपनी लोकप्रियता के लिए पुलिस सांठगांठ करने का आरोप लगाते हुए विडियो जारी किया है। राष्ट्रीय हिंदू वीर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यम पंडित ने विधायक पर मामले को राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। वहीं विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि उन्होंने इस प्रकार का कोई बयान नहीं दिया है। यह सिर्फ कुछ लोग उन्हें बदनाम करने के लिए करवा रहे हैं।महापंचायत के दौरान एक महिला एसीपी एनएच-9 के पास धूप में तैनात रहीं। बीमारी और हाथ में सूजन के बाद भी एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने मोर्चा संभावना। सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट पर उनको ड्यूटी दी गई थी। उन्होंने माहौल के खराब होने से पहले एसीपी सिद्धार्थ गौतम और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर लोगों को वहां से हटाया।

इस दौरान अडिशनल सीपी ने जब उनसे रेस्ट के लिए कहा तो उन्होंने पूरी तरह से शांति के बाद ही जाने की बात कही।