Ghaziabad के संजय नगर स्थित कंबाइंड अस्पताल के नाम से फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होने का एक और मामला सामने आया
गाजियाबाद के संजय नगर स्थित कंबाइंड अस्पताल के नाम से फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होने का एक और मामला सामने आया है। इस बार भी अस्पताल प्रबंधन ने मृत्यु प्रमाणपत्र और उस पर किए गए साइन को फर्जी बताया है।

फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र मामला
Ghaziabad के संजय नगर स्थित कंबाइंड अस्पताल के नाम से फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होने का एक और मामला सामने आया है। इस बार भी अस्पताल प्रबंधन ने मृत्यु प्रमाणपत्र और उस पर किए गए साइन को फर्जी बताया है। गंभीर बात यह है कि पिछले कुछ ही दिनों में कंबाइंड अस्पताल के नाम से दो फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होने के मामले सामने आ चुके हैं लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने रिपोर्ट तक नहीं दर्ज कराई है।
हाल ही में फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र का एक मामला मिर्जापुर से सामने आया था। वहां की जगदीशपुर ग्राम पंचायत में सचिव रहे शेष नारायण सिंह की 6 जून 2022 को मृत्यु हो गई थी। जगदीशपुर ग्राम पंचायत से 8 जुलाई 2022 को उनका मृत्यु प्रमाणपत्र जारी हुआ। उनका एक और मृत्यु प्रमाणपत्र गाजियाबाद के कंबाइंड अस्पताल से 11 जुलाई 2022 को जारी हुआ। शासन से शिकायत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने जांच की तो प्रमाणपत्र फर्जी मिला।
इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई थी। अब मुंबई पुलिस भी कंबाइंड अस्पताल से जारी एक मृत्यु प्रमाणपत्र की जांच करने गाजियाबाद पहुंची। उत्तर प्रदेश के संतरविदास नगर में रहने वाली सुषमा राय की बेटी रिंकी राय का मृत्यु प्रमाणपत्र कंबाइंड अस्पताल से 6 नवंबर 2022 को जारी हुआ था।
मामले की जांच के लिए मुंबई पुलिस अस्पताल पहुंची थी। जांच के बाद वह भी फर्जी पाया गया। खास बात यह है कि मिर्जापुर और संतरविदास नगर के मामले में जारी मृत्यु प्रमाणपत्र एक जैसे ही हैं और दोनों पर एक ही साइन हैं। मुंबई पुलिस कंबाइंड अस्पताल प्रबंधन से मृत्यु प्रमाणपत्र फर्जी होने की रिपोर्ट लेकर लौट गई। वहीं, इस मामले में अस्पताल के सीएमएस डॉ. विनोद कुमार का कहना है
कि दोनों ही मृत्यु प्रमाणपत्र जांच में फर्जी पाए गए। उन्होंने कहा कि संबंधित पक्ष को इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करानी चाहिए।