बहराइच में बढ़ा सड़क हादसों का ग्राफ
बहराइच, बहराइच जिले में सड़क हादसों का ग्राफ काफी बढ़ गया है। जिसके चलते एक वर्ष में 283 लोगों की मौत हो गई। वहीं 610 लोग घायल हुए हैं।
बहराइच में बढ़ा सड़क हादसों का ग्राफ इस वर्ष 283 लोगों ने गवाईं जान
बहराइच जिले में सड़क हादसों का ग्राफ काफी बढ़ गया है। जिसके चलते एक वर्ष में 283 लोगों की मौत हो गई। वहीं 610 लोग घायल हुए हैं। इसका मुख्य कारण ब्लैक स्पॉट चिन्हित होने के बाद भी संकेतांक न लगना है। लेकिन यातायात और सहायक संभागीय परिवहन विभाग सिर्फ कागजों पर ही हादसे रोकने के उपाय करता दिख रहा है।
तराई बहराइच जनपद हादसों का जिला बनता जा रहा है। जिसका नतीजा है कि बीते एक वर्ष में 283 लोग काल के मुंह में समा गए। किसी ने बेटा तो किसी ने अपना भाई तो किसी ने पिता तो किसी ने अपना पति सड़क हादसो में खो दिया। इतना ही नहीं एक वर्ष में सड़क हादसों 610 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं। इनमें कुछ लोग पूरी तरह से अपाहिज बन गए हैं। लेकिन हादसों पर अंकुश के लिए सिर्फ कागजों पर ही कार्रवाई चल रही है। यह हम नहीं बल्कि पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा चिन्हित ब्लैक स्पॉट बता रहे हैं।
ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर लिए गए हैं, लेकिन वहां पर दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र का जागरूकता बोर्ड नहीं लगाया गया है। जिसके चलते हादसों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। जिले में 23 दुर्घटना बाहुल्य ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर 14 दुर्घटना बाहुल्य ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित हुए हैं। लेकिन डीएम के बार बार संदेश के बाद भी यहां पर जागरूकता बोर्ड नहीं लगाए जा रहे हैं। ऐसे में सड़क हादसे कैसे रुके, यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है।
इस मामले में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राजीव कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जागरूकता कार्यक्रम के द्वारा लोगों को निर्धारित स्पीड में वाहन चलाने के लिए प्रेरित किया जाता है। साथ ही नशे में लोग वाहन न चलाएं इसके लिए भी जागरूक किया जा रहा है।
ब्लैक स्पॉट की चल रही जांच
जिले के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मार्ग पर चिन्हित ब्लैक स्पॉट की जांच की जा रही है। इसके बाद जागरूकता बोर्ड व अन्य कार्य संबंधित विभाग द्वारा करवाए जाएंगे जल्द ही सुधारात्मक परिणाम मिलेंगे। हादसे रोकने के लिए हरसंभव प्रयास हो रहा है। जागरूकता बोर्ड पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा लगवाया जाएगा... राजीव कुमार एआरटीओ।