दिल्ली विधानसभा में हुआ श्री वैश्य वार्ष्णेय कृष्ण जन्माष्टमी के कार्ड का विमोचन

श्री वैश्य वार्ष्णेय समाज द्वारा समय समय पर समाज को जोड़ने और समाज को बुलंदी पर पहुँचाने के लिए कार्यक्रम करवाए जाते हैं |

दिल्ली विधानसभा में हुआ श्री वैश्य वार्ष्णेय कृष्ण जन्माष्टमी के कार्ड का विमोचन

                                    श्री वैश्य वार्ष्णेय समाज

श्री वैश्य वार्ष्णेय समाज दिल्ली विधानसभा में श्री वैश्य वार्ष्णेय कृष्ण जन्माष्टमी समारोह सभा (रजी), दिल्ली एनसीआर का निमंत्रण पत्र का विमोचन 24 अगस्त 2023 को दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल द्वारा किया गया इस अवसर पर सभी 30 सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे। 


बता दें की दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने मंच पर सभी लोगों का धन्यवाद दिया और श्री कृष्ण को सबसे बड़ा अवतार बताया| कृष्ण जन्माष्टमी का भव्य समारोह करने के लिए रामनिवास गोयल ने श्री वैश्य वार्ष्णेय समाज की सराहना भी की| 


दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल के साथ-साथ मंच पर समाज के स्तंभ गंगा प्रसाद सुमन , मुख्य संरक्षक डॉक्टर ओ पी वार्ष्णेय,  संस्था के अध्यक्ष  अरविंद कुमार  मंचासीन हुए।


अध्यक्ष अरविंद कुमार ने जानकारी दी कि इस बार हम श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव 24 सितंबर 2023 को यमुना खेल परिसर में धूमधाम से मनाने जा रहे हैं इस अवसर पर वार्ष्णेय समाज की कई प्रतिष्ठित विभूतियों ने कार्यक्रम में भाग लिया जैसे देवेंद्र गुप्ता फरीदाबाद से, एडवोकेट वी के वार्ष्णेय आईपी एक्सटेंशन , चंद्रशेखर गुप्ता मजलिस पार्क, मनोज कुमार वार्ष्णेय उत्तम नगर , डॉ प्रदीप वार्ष्णेय गाजियाबाद , सुमन वार्ष्णेय प्रीत विहार से उपस्थित रहे ।

संरक्षकों में प्रमोद गुप्ता , शिवनारायण,  ब्रजमोहन, अशोक गुप्ता ,  सत्य प्रकाश ,  प्रमोद कुमार वार्ष्णेय  व शरद वार्ष्णेय भी उपस्थित रहे।


बारहसैनी महासभा के अध्यक्ष सुशील वार्ष्णेय जो श्री वैश्य वार्ष्णेय कृष्ण जन्माष्टमी समारोह सभा के चेयरमैन भी है उन्होंने भी इस कार्यक्रम में अपना सहयोग दिया तथा बताया के संपूर्ण भारत से वार्ष्णेय समाज के परिवार इस कार्यक्रम से जुड़ते हैं ।


इस कार्यक्रम में विशेष योगदान  विनोद गुप्ता का रहा जोकी रामनिवास गोयल के मीडिया सलाहकार भी हैं।


बता दें की मंच का संचालन मनोज गुप्ता द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के साथ एक पत्रिका स्मारिका के नाम से प्रतिवर्ष निकाली जाती है जिसके प्रधान संपादक चंद्रकांत जी ने बताया की स्मारिका का ये चतुर्दश अंक है।

बता दें की समस्त कार्यकारिणी व अतिथियों का उत्साह देखते ही बन रहा था|