मजदूर नेता राम दास मानव ने आख़िरकार क्यों मांगी प्राण त्यागने की अनुमति? जानें पूरा सच

फ़िरोज़ाबाद:- जनपद फिरोजाबाद पूरे विश्व में कांच के लिए अपनी एक अलग पहचान रखता है और फिरोजाबाद को सुहागनगरी का तमगा पूरे विश्व में प्राप्त है लेकिन पिछले लंबे समय से लगातार जनपद फिरोजाबाद में मजदूर अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है।

मजदूर नेता राम दास मानव ने आख़िरकार क्यों मांगी प्राण त्यागने की अनुमति? जानें पूरा सच

फ़िरोज़ाबाद:- जनपद फिरोजाबाद पूरे विश्व में कांच के लिए अपनी एक अलग पहचान रखता है और फिरोजाबाद को सुहागनगरी का तमगा पूरे विश्व में प्राप्त है

लेकिन पिछले लंबे समय से लगातार जनपद फिरोजाबाद में मजदूर अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है। आपको बता दें जनपद फिरोजाबाद में कांच की चूड़ियों के साथ-साथ तमाम कांच के उत्पादन होते हैं लेकिन चूड़ियों की अगर बात करें तो चूड़ी जुड़ाई

श्रमिक पिछले लंबे समय से अपनी बदहाली के आंसू बहाने का काम कर रहे हैं जनपद फिरोजाबाद में 2019 के बाद लगातार चूड़ी जुड़ाई श्रमिक हादसों का शिकार हो रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण है हाल ही में एक दर्जन से ज्यादा चूड़ी जुड़ाई मजदूरों

की मौत है केवल मिलावटी मिट्टी के तेल की वजह से हो गई जिसको लेकर श्रमिक नेता रामदास मानव ने भूख हड़ताल की प्रशासन ने आश्वासन देकर भूख हड़ताल को खत्म कराया लेकिन इस पूरे मामले में आज एक नया मोड़ आया जब श्रमिक नेता

रामदास मानव ने स्वयं अपने प्राण त्यागने की अनुमति जिला प्रशासन से मांगी और जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन

सौंपा ज्ञापन जिसमें उन्होंने तमाम आरोप लगाए और जिक्र किया कि 2019 के बाद लगातार चूड़ी जुड़ाई मजदूर अपनी जान गवा रहे हैं लेकिन शासन और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है जिन कंधों पर जिम्मेदारी है इन मजदूरों को न्याय दिलाने की वह केवल

गढियाली आंसू बहाकर इतिश्री कर लेते हैं यह हम नहीं श्रमिक नेता और श्रमिक कहते हैं। लेकिन अब तक चूड़ी जुड़ाई मजदूरों को 2019 के बाद न्याय नहीं मिला हादसे दर हादसे होते गए लेकिन हर कोई मूकदर्शक बना है आखिरकार क्यों? यह बड़ा सवाल है

श्रमिक नेता रामदास मानव यह कहते हैं कि 2019 में यह कहते हुए मिट्टी के तेल का पंप सत्ता पक्ष के विधायक जी द्वारा खुलवाया गया था और यह कहा गया था

कि सारी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी लेकिन समस्याएं समाप्त ना होते हुए हादसों का दौर शुरू हुआ और अब तक 1 दर्जन से ज्यादा मजदूरों की जाने चली गई सत्ता पक्ष के नेता मृतक परिवारों के यहां पहुंचते हैं संवेदना व्यक्त करते हैं और केवल और केवल

आश्वासन देते हैं लेकिन आश्वासन के बावजूद मजदूरों की समस्याएं समाप्त होने का नाम नहीं ले रही हैं आखिर का क्या कारण है? इस पूरे मसले को लेकर जिलाधिकारी फिरोजाबाद रवि रंजन ने उद्योगपतियों के साथ बैठक की बैठक के बाद भी कोई नतीजा नहीं

निकला है सुहागनगरी का मजदूर न्याय के लिए योगी सरकार की तरफ टकटकी लगाए देख रहा है आखिरकार योगी सरकार इन मजदूरों के हित में क्या फैसला लेती है और क्या कार्रवाई करती है यह तो आने वाला वक्त बताएगा? लेकिन फ़िलहाल फिरोजाबाद

का मजदूर विशेष तौर पर चूड़ी जुड़ाई मज़दूर आज मजबूर बना हुआ है हादसों का शिकार हो रहा है लेकिन आज केवल और केवल आश्वासन के नाम पर तारीख पर तारीख मिलने का काम जारी है। अब ऐसे में श्रमिक नेता रामदास मानव कहते हैं कि

आखिरकार फिरोजाबाद के चूड़ी जुड़ाई मजदूर को न्याय कब मिलेगा और कब तक हादसों का सबब रुकेगा? क्योंकि एक दर्जन से ज्यादा मौतें होने के बावजूद प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधि नहीं जागे तो आखिरकार कब जाएंगे? जिसको लेकर श्रमिक नेता

रामदास मानव ने अपने प्राण त्यागने की अनुमति जिला प्रशासन से मांगी है अब ऐसे में जिला प्रशासन क्या अनुमति देगा? क्या

कार्यवाही करेगा? यह तो आने वाला वक्त तय करेगा लेकिन फ़िलहाल फिरोजाबाद का मजदूर मजबूर बना हुआ है। जिसका तमाशा पूरा जनपद देख रहा हैं।