राष्ट्रीय लोक अदालत का सफलतापूर्वक हुआ आयोजन, 47579 वादो का सुलह समझौते के आधार पर हुआ निस्तारण
आपसी सुलह व समझौते के आधार पर राष्ट्रीय लोक अदालत में वादो का निस्तारण, लोक अदालत के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले- जनपद न्यायाधीष श्री रजत सिहं जैन
मेरठ (सू0वि0)
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुसार एंव उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के तत्वाधान में तथा माननीय जनपद न्यायाधीष/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मेरठ श्री रजत सिहं जैन की अध्यक्षता में कोविड-19 व सामाजिक दूरी का पालन करते हुए आज दिनांक 11.12.2021 (षनिवार) को दीवानी न्यायालय, मेरठ बाह्य न्यायालय एवं तहसील सरधना व मवाना में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत मे कुल 47,579 वादो का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किया गया तथा अंकन 8,68,91,279/-रूपये बतौर समझौता व अर्थदण्ड के रूप मे धनराशि वसूल की गयी।
माननीय जनपद न्यायाधीष/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मेरठ श्री रजत सिहं जैन ने चैदह न्यायालय भवन में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ करते हुये कहा कि आपसी सुलह व समझौते के आधार पर राष्ट्रीय लोक अदालत में वादो का निस्तारण किया जाता है। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले है। इसके आयोजन से अनेक लोगो को लाभ हुआ है।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अन्जू काम्बोज ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत मे निस्तारित वादो में श्री रजत सिहं जैन, माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीष, मेरठ द्वारा 01 फौजदारी वाद एवं 10 दीवानी वादो का निस्तारण आपसी सहमति के आधार पर किया गया व श्री कृपा शंकर शर्मा, पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना प्रतिकर दावा अधिकरण, मेरठ द्वारा 118 मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों का निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया गया तथा अंकन 3,74,82,500/-रूपयें प्रतिकर के रूप में प्रदान किये गये तथा श्री इरफान कमर, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय मेरठ द्वारा 39 वैवाहिक वादों का निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया गया।
उन्होने बताया कि श्रीमती छांया नैन, अपर प्रधान न्यायाधीश कक्ष संख्या 01 मेरठ, द्वारा 29 वैवाहिक वादो का निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया गया व श्रीमती बुसरा आदिल रिजवी, अपर प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय कक्ष संख्या 02 मेरठ, द्वारा 39 वैवाहिक वादों का निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया गया तथा 07 जोडो को एक साथ पति पत्नी के रूप में भेजा गया व श्री भोपाल सिहं, अध्यक्ष, जिला उपभोक्ता फोरम, मेरठ द्वारा 03 वादो का निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया गया।
उन्होने बताया कि श्री मुकेश प्रकाश, अध्यक्ष, स्थायी लोक अदालत मेरठ द्वारा 01 वाद का निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया गया। श्री प्रमोद कुमार-तृतीय, विशेष न्यायाधीश (ई0सी0) मेरठ द्वारा 830 विधुत अधिनियम के वादो का निस्तारण किया गया। श्री वीरेन्द्र सिहं द्वितीय पीठासीन अधिकारी श्रम न्यायालय व औधोगिक न्यायाधिकरण मेरठ द्वारा 03 वादो का निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया गया।
उन्होने बताया कि श्री धीरेन्द्र सिहं, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, मेरठ द्वारा 10,026 फौजदारी वाद का निस्तारण किया गया तथा अंकन 1,79,730/-रूपये अर्थदण्ड के रूप मे वसूल किये गये। श्री देवेन्द्र नाथ गोस्वामी, सिविल जज सी0डि0 मेरठ द्वारा 67 दीवानी व उत्तराधिकार वादो का निस्तारण कर अंकन 87,26,422 रूपये के उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र निर्गत किये गये। श्री विनय प्रकाश सिहं, विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, मेरठ कुल 1809 फौजदारी वादो का निस्तारण करते हुए अंकन 66,860/-रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
उन्होने बताया कि श्री दिनेश कुमार-द्वितीय अपर सिविल जज (सी0डि0) कक्ष संख्या 07, मेरठ द्वारा 5822 फौजदारी वाद निस्तारित करते हुए अंकन 59,330/-रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गयें तथा 19 वाद धारा-138 एन0आई0 एक्ट व 02 दीवानी वादों का निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंक के 1,092 प्रीलिटीगेंशन वादों का निस्तारण किया गया।
उन्होने बताया कि इस प्रकार आज दिनांक 11.12.2021 (षनिवार) को राष्ट्रीय लोक अदालत मे कुल 47,579 वादो का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किया गया तथा अंकन 8,68,91,279/-रूपये बतौर समझौता व अर्थदण्ड के रूप मे धनराशि वसूल की गयी। राष्ट्रीय लोक अदालत शोभित लाॅ काॅलिज तथा बी0डी0एस0 लाॅ आॅफ काॅलिज, मेरठ के विधि छात्रों द्वारा न्यायालय का भ्रमण किया गया तथा लोक अदालत की प्रक्रिया ज्ञान प्राप्त किया गया।