सिंचाई विभाग के यांत्रिक संगठन द्वारा सिंचाई सुविधाओं को उन्नतशील बनाने हेतु नवाचारों को दिया जा रहा है बढ़ावा

सिंचाई विभाग के यांत्रिक संगठन द्वारा सिंचाई सुविधाओं को उन्नतशील बनाने हेतु नवाचारों को दिया जा रहा है बढ़ावा

सिंचाई विभाग के यांत्रिक संगठन द्वारा सिंचाई सुविधाओं को उन्नतशील बनाने हेतु नवाचारों को दिया जा रहा है बढ़ावा

सिंचाई विभाग के यांत्रिक संगठन द्वारा सिंचाई सुविधाओं को उन्नतशील बनाने हेतु नवाचारों को दिया जा रहा है बढ़ावा

राजकीय नलकूपों एवं लघु डाल नहरों के संचालन एवं अनुश्रवण हेतु उन्नत एवं नवीन तकनीकों के अभिनव प्रयोग से कृषकों को सिंचाई की सुविधा का दिया जा रहा है लाभ 

राजकीय नलकूपों पर जी.एस.एम. आधारित कन्ट्रोल पैनल स्थापित कर केन्द्रीयकृत कन्ट्रोल सिस्टम द्वारा किया जाएगा अनुश्रवण

राजकीय नलकूपों को सौर ऊर्जा से किया जायेगा संचालित, विद्युत ऊर्जा की बचत के साथ ही लो-वोल्टेज अथवा विद्युत आपूर्ति बाधित होने की दशा में भी राजकीय नलकूपों का अनवरत होगा संचालन

भू-गर्भ जल स्तर को सुधारने एवं वर्षा जल को भू-गर्भ जल स्तर तक पहुंचाने के दृष्टिगत फेल/परित्याग हो चुके राजकीय नलकूपों का रिचार्ज वेल के रूप में किया जाएगा विकसित 

लखनऊ 29 जनवरी 2024

उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन तथा जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के नेतृत्व में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग में लगातार नवाचारों को बढ़ावा दिया जा रहा है. प्रदेश में स्थापित राजकीय नलकूपों एवं लघु डाल नहरों के संचालन एवं अनुश्रवण हेतु उन्नत एवं नवीन तकनीकों का अभिनव प्रयोग करके कृषकों को सिंचाई सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। इसी क्रम में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में आज यहां कैनाल कॉलोनी स्थित सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मुख्यालय में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सिंचाई विभाग (यांत्रिक संगठन) द्वारा प्रदेश में स्थापित राजकीय नलकूपों एवं लघु डाल नहरों के संचालन एवं अनुश्रवण हेतु उन्नत एवं नवीन तकनीकों के अभिनव प्रयोग यथा– जी.एस.एम. आधारित केन्द्रीयकृत कन्ट्रोल सिस्टम, सौर ऊर्जा संचालित राजकीय नलकूप, रिचार्ज वेल तथा सेल्फ प्राइमिंग पम्प स्थापित किए जाने के अभिनव प्रयोग के संबंध में प्रस्तुतिकरण किया गया।

जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि सिंचाई विभाग (यांत्रिक) द्वारा जनपद लखनऊ एवं बाराबंकी के 10 अदद् राजकीय नलकूपों पर जी.एस.एम. आधारित कन्ट्रोल पैनल स्थापित करके मुख्यालय पर केन्द्रीयकृत कन्ट्रोल सिस्टम द्वारा राजकीय नलकूपों के अनुश्रवण किये जाने का अभिनव प्रयोग किया गया है। भविष्य में फेज वाइस प्रदेश के लगभग 35000 राजकीय नलकूपों, 254 लघु डाल नहरों एवं 30 वृहद व मध्यम पम्प नहरों के सुगम संचालन एवं अनुश्रवण हेतु जी.एस.एम. आधारित केन्द्रीयकृत कन्ट्रोल सिस्टम स्थापित किया जायेगा। 

   जलशक्ति मंत्री ने बताया कि जनपद-लखनऊ के विकास खण्ड-मोहनलालगंज, ग्राम-रामपुर गढ़ी जमुनी में राजकीय नलकूप संख्या-84 एम०एल०जी० को सौर ऊर्जा से संचालित किये जाने का अभिनव प्रयोग किया गया है, जिससे विद्युत ऊर्जा की बचत होने के साथ ही साथ लो-वोल्टेज अथवा विद्युत आपूर्ति बाधित होने की दशा में भी राजकीय नलकूपों का संचालन अनवरत किया जा सकता है। भविष्य में अन्य राजकीय नलकूपों को भी सौर ऊर्जा से संचालित किया जायेगा।

     श्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि प्रदेश में संचालित 254 लघु डाल नहरों के सुगम संचालन हेतु ट्रायल के तौर पर जनपद लखनऊ के अकड़रियाकला पम्प नहर पर सेल्फ प्राइमिंग पम्प स्थापित किये जाने का अभिनव प्रयोग किया गया है, जिससे मानव श्रम को बचाने के साथ ही साथ पम्प की आयु तथा क्षमता में भी वृद्धि होगी। भविष्य में अन्य लघु डाल नहरों पर भी सेल्फ प्राइमिंग पम्प स्थापित किये जायेगें। इसके साथ ही सिंचाई विभाग (याँत्रिक संगठन) के अधिकारियों द्वारा गुजरात भ्रमण के दौरान किये गये अध्ययन व भूगर्भ जल विभाग से विचार-विमर्श के आधार पर भू-गर्भ जल स्तर को सुधारने एवं वर्षा जल को भू-गर्भ जल स्तर तक पहुंचाने के दृष्टिगत फेल/परित्याग हो चुके राजकीय नलकूपों का उपयोग किये जाने के उद्देश्य से जनपद हरदोई के विकास खण्ड-मधौगंज, ग्राम-मुनौरापुर में फेल राजकीय नलकूप को रिचार्ज वेल के रूप में विकसित किया गया है। भविष्य में अन्य फेल/परित्याग राजकीय नलकूपों को भी रिचार्ज वेल के रूप में विकसित किया जायेगा।

इस अवसर पर जलशक्ति राज्य मंत्री श्री रामकेश निषाद ( ऑनलाइन), प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग अनिल गर्ग, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष श्री अनिल कुमार सिंह, प्रमुख अभियंता (यांत्रिक) श्री ओपी पाठक, प्रमुख अभियन्ता (परियोजना) अखिलेश कुमार सचान के साथ सम्बंधित मुख्य अभियंता सहित अन्य सम्बंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।