सदर बाजार के व्यापारियों ने किया शराब ठेकों के विरोध में प्रदर्शन
नई दिल्ली, 16 फरवरी । दिल्ली में नई शराब नीति का आए दिन विरोध हो रहा है जहां एक तरफ राजनीतिक पार्टियां व कई संस्थाएं इसका विरोध कर रही है
व्हिस्की में नहीं शिक्षा में छूट मिले - परमजीत सिंह पम्मा
नई दिल्ली, 16 फरवरी दिल्ली में नई शराब नीति का आए दिन विरोध हो रहा है जहां एक तरफ
राजनीतिक पार्टियां व कई संस्थाएं इसका विरोध कर रही है
अब वही अब व्यापारियों का भी गुस्सा फूट पड़ा है और
वह भी शराब कंपनियों व ठेकों के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं।
फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन
के वाइस चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा की अध्यक्षता में कुतुब रोड चौक पर शराब के ठेके के बाहर व्यापारियों ने
जोरदार प्रदर्शन किया
इस अवसर पर फेडरेशन के अध्यक्ष राकेश यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतपाल सिंह मंगा,
उपाध्यक्ष पवन खंडेलवाल, कमल कुमार, महासचिव राजेंद्र शर्मा व्यापारी नेता हरजीत सिंह छाबड़ा युवा व्यापारी नेता
दीपक मित्तल, गोपाल ग्रोवर ने संबोधित किया।
इस अवसर पर परमजीत सिंह पम्मा ने कहा बड़े दुख की बात है एक तरफ तो रेजिडेंस एरिया के साथ-साथ
धार्मिक स्थलों व स्कूलों के पास भी ठेके खोल दिए गए हैं
और दूसरी तरफ कंपनियां अपनी शराब की सेल बढ़ाने
के लिए लोगों को ऑफर दे रही है जिससे बड़ी-बड़ी लाइनें शराब के ठेकों के बाहर लग गई है
यहां तक कि जो
दुकानों और फैक्ट्रियों की लेबर है वह अपने कामकाज छोड़कर दिनभर शराब लेने के लिए ठेकों के बाहर लगाई में
खड़े रहते हैं और अगले दिन में कामकाज पर नहीं आते इससे व्यापार जगत को काफी नुकसान हो रहा है।
पम्मा व राकेश यादव ने कहा ने कहा कि सरकार को अगर कोई नीति बनानी भी है वह शराब की बजाय शिक्षा की
छूट के ऊपर कोई स्कीम लाए क्योंकि कई लोगों की करोना काल में नौकरियां चली गई है और रोजगार नहीं है।
राकेश यादव व सतपाल सिंह मंगा, पवन खंडेलवाल व कमल कुमार ने कहा शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए लोगों
को ऑफर की नीति से घर बर्बाद हो रहे हैं।
लोग इस लालच में आकर जगह-जगह ठेकों के बाद लाइन लगाकर खड़े
हैं और कईयों के घर पर तो खाने के भी बहुत लाले पड़े हुए हैं
मगर दिल्ली सरकार सोई पड़ी है और माननीय
मुख्यमंत्री जी अपने चुनाव में इस प्रकार व्यस्त हैं कि उन्होंने दिल्ली वालों को शराब में डुबोने का ठेका लिया है।
रजिंदर शर्मा ने कहा जगह जगह शराब के ठेके खुलने से महिलाओं का घर से निकलना बड़ा मुश्किल हो रहा है
इससे महिलाओं से छेड़छाड़ करने की घटनाएं और क्राइम काफी बढ़ रहा है। इस अवसर पर दिल्ली सरकार के
खिलाफ नारेबाजी की और रेजिडेंस एरिया में व धार्मिक स्थलों के पास खुले ठेकों को बंद करने की मांग की।