Delhi Police आग के बीच चौथी मंजिल पर पहुंची 8 दिन की बच्ची समेत 5 लोगों को बचाया

कोरोना काल में दिल की पुलिस बनने वाली दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर वही मिशाल पेश की है। दक्षिण दिल्ली के मैदानगढ़ी थाना क्षेत्र में तीन पुलिस जवानों ने इंसानियत का परिचय देते हुए चार मंजिला इमारत में आग में फंसे 8 दिन की बच्ची समेत पांच लोगों को बचा लिया।

Delhi Police आग के बीच चौथी मंजिल पर पहुंची 8 दिन की बच्ची समेत 5 लोगों को बचाया

दिल्ली पुलिस आग के बीच चौथी मंजिल पर पहुंची 8 दिन की बच्ची समेत 5 लोगों को बचाया

नई दिल्ली। कोरोना काल में दिल की पुलिस बनने वाली दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर वही मिशाल पेश की है। दक्षिण दिल्ली के मैदानगढ़ी थाना क्षेत्र में तीन पुलिस जवानों ने इंसानियत का परिचय देते हुए चार मंजिला इमारत में आग में फंसे 8 दिन की बच्ची समेत पांच लोगों को बचा लिया।पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की परवाह नहीं की और दिल्ली पुलिस बन गई एक दिल की पुलिस। दिल्ली पुलिस ने तीनों जवानों को उचित इमान देने की घोषणा की है। बच्चों के माता-पिता और समाज ने पुलिस जवानों के द्वारा की गई तत्काल कार्रवाई की सराहना करते हुए दिल्ली पुलिस को दिल की पुलिस होने के लिए धन्यवाद दिया।

दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि मैदान गढ़ी थाना क्षेत्र में स्थित चार मंजिला इमारत में 6 दिसंबर को रात 8.30 बजे भीषण आग लगने के बारे में एक पीसीआर कॉल मिली थी। यह सूचना तुरंत गश्त करने वाली टीम को दी गई। इसके बाद मैदानगढ़ी थानाध्यक्ष की देखरेख में हवलदार पंकज, गोगराज और नीरज आदि तुरंत आर्य अपार्टमेंट, गली नंबर 10, फेज 2, छतरपुर एन्क्लेव में घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंंने देखा कि वहां अफरा-तफरी मची हुई है और इमारत आग की लपटों में घिरी हुई। पुलिस उपायुक्त चौहान ने बताया कि बिना समय बर्बाद किए हवलदार पंकज,गोगराज और नीरज इमारत की पार्किंग में पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जल्दी से अलग हो गए।

दक्षिण दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार आग इमारत की दूसरी मंजिल पर लगी थी। इसके बाद आग ऊपर चढ़ते हुए चौथी मंजिल पर पहुंच गई। आग लगते ही ज्यादातर लोग बाहर निकल गए, मगर चौथी मंजिल पर रहने वाले लोग फंस गए थे। इनमें एक 8 दिन की बच्ची की शामिल थी।

हवलदार पंकज ने आस-पास के इलाके से पानी का टैंकर मंगवाना शुरू किया। स्थानीय लोगों से पानी मंगाना शुरू किया। इसके अलावा लोगों को शांत किया, ताकि लोगों में दहशत कम हो। टैंकर आने और लोगों के पानी लाने पर आग पर कुछ हद तक काबू पाया गया। जवान पंकज ने स्थानीय पानी के टैंकरों की सहायता से पार्किंग क्षेत्र में और उसके आसपास पानी का छिड़काव किया, जिससे आग बुझाने में काफी मदद मिली। उन्होंने आग की लपटों के बीच फंसे 3 वर्षीय बच्चे को भी बचाया। आखिरकार, आग पर काबू पा लिया गया और दमकल की गाडिय़ों की मदद से स्थिति को नियंत्रण में ले आया गया।

हवलदार गोगराज ने अपने सिर व चेहरा पर कपड़ा बांधा और वह बहादुरी से इमारत की ऊपरी मंजिल पर सीढिय़ों से चढ़ गए फंसे हुए लोगों को बचाया। अपनी जान जोखिम में डालकर उन्होंने एक महिला और उसकी 8 दिन की बेटी समेत कई लोगों को इमारत से सुरक्षित बाहर निकाल लाए।तीनों पुलिस जवानों की त्वरित कार्रवाई और बेहतर समन्वय के कारण कोई जनहानि नहीं हुई। आग पार्किंग क्षेत्र में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। इमारत में कुल 4 मंजिलें हैं, प्रत्येक मंजिल पर 06 कमरे हैं।

मात्र 8 दिन की बच्ची,3 साल का लड़का, 32-34 साल की दो महिलाएं और 34 साल का एक पुरुष।