महाविद्यालय में गीता जयंती कार्यक्रम का आयोजन
अनूपशहर: डीपीबीएस महाविद्यालय में प्राचार्य प्रोफेसर जी.के. सिंह के निर्देशन में संस्कृत विभाग द्वारा गीता जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर जी.के. सिंह ने सभी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए
महाविद्यालय में गीता जयंती कार्यक्रम का आयोजन: हिंदू धर्म में गीता के महत्व पर डाला प्रकाश,बोले प्राचार्य;- गीता केवल राष्ट्रीय ही नहीं अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर का ग्रंथ
अनूपशहर: डीपीबीएस महाविद्यालय में प्राचार्य प्रोफेसर जी.के. सिंह के निर्देशन में संस्कृत विभाग द्वारा गीता जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर जी.के. सिंह ने सभी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि गीता हिंदू धर्म का मुख्य ग्रंथ है, जिसे पढ़ने से जीवन जीने की कला का विकास होता है। गीता मानसिक स्वास्थ्य के लिए औषधि के समान वरदान है।
अतः हम सभी को गीता का पाठ करना चाहिए। संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि गीता केवल राष्ट्रीय ही नहीं अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर का ग्रंथ है, जिसमें 700 श्लोकों के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण ने उपदेश प्रदान किया है। संस्कृत विभाग में कार्यरत सोहन आर्य ने बताया के कि हमें गीता का अध्ययन धार्मिक दृष्टि के साथ साथ सामाजिक नजरिए से भी करना चाहिए। गीता में वर्णित अद्वेष, करुणा ,मैत्री, अभ्यास, अक्रोध इत्यादि नैतिक मूल्य हमारे जीवन को सहज एवं सुंदर बनाते हैं अतः हमें प्रतिदिन गीता के कुछ श्लोक का पाठ करना चाहिए।
इसके पश्चात सभी विद्यार्थियों ने गीता के भक्ति योग नामक द्वादश अध्याय का सामूहिक पाठ किया।इस अवसर पर समस्त प्राध्यापक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।