रिश्वत कांड में बिजली विभाग के एक्सईएन समेत चार इंजीनियर सस्पेंड

बिजली चोरी का मामला दबाने के लिए 2.40 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में नादरगंज डिविजन के एक्सईएन, एसडीओ और दो जेई बुधवार को निलंबित कर दिए गए

रिश्वत कांड में बिजली विभाग के एक्सईएन समेत चार इंजीनियर सस्पेंड

रिश्वत कांड में बिजली विभाग के एक्सईएन समेत चार इंजीनियर सस्पेंड

Lucknow:- उत्तर प्रदेश के लखनऊ से बिजली से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। बिजली चोरी का मामला दबाने के लिए 2.40 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में नादरगंज डिविजन के एक्सईएन, एसडीओ और दो जेई बुधवार को निलंबित कर दिए गए हैं। निलमथा इलाके के एक बिजली उपभोक्ता ने सीएम के जनसुनवाई पोर्टल पर इस मामले की शिकायत की थी। इसके बाद मामले की जांच कराई गई। जांच के बाद विभागीय स्तर पर बड़ा एक्शन सामने आया है।

शिकायत के मुताबिक, उतरेटिया न्यू उपकेंद्र से जुड़े निलमथा के विजय नगर में एसडीओ राजेश कुमार, जेई जितेंद्र कुमार और जेई शिव प्रसाद ने 23 जून को विनोद कुमार सिंह के घर छापा मारा। इस दौरान परिसर में दो बिजली कनेक्शन मिले। एक विनोद तो दूसरा प्रदीप कुमार सिंह के नाम पर था। जांच में विनोद के मीटर पर चार किलोवॉट की बिजली चोरी पकड़े गई।

आरोप है कि एसडीओ ने कनेक्शन काटने के बाद एफआईआर की धमकी देकर पैसे मांगे। इस पर विनोद ने उसी दिन जेई जितेंद्र कुमार को 40 हजार रुपये देकर बिना मीटर के दोनों कनेक्शन जुड़वा लिए। अगले दिन जेई और एसडीओ को दो लाख रुपये और दिए, लेकिन एसडीओ ने कोई चेकिंग रिपोर्ट या कागज नहीं दिया।

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी के मुताबिक, जांच के दौरान एक्सईएन दुर्गेश यादव ने मामले की जानकारी से इनकार किया। एसडीओ ने तर्क दिया कि शमन शुल्क जमा होने के बाद एफआईआर दर्ज नहीं करवाई गई। इस मामले में एक्सईएन दुर्गेश यादव को मुख्य अभियंता बरेली-द्वितीय से संबद्ध किया गया है।

एसडीओ राजेश कुमार को अयोध्या तो जेई जितेंद्र कुमार मिश्रा व शिव प्रसाद मिश्रा को देवीपाटन क्षेत्र-गोंडा से संबद्ध किया गया है।