Noida -गल्फ कंट्री भेजने और नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी वाले गैंग का पर्दाफाश

नोएडा। लोगों को गल्फ कंट्री भेजने और नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने वाली ट्रैवल कंपनी को थाना सेक्टर-63 पुलिस ने पकड़ा। कॉल सेंटर चलाने वाली एक महिला समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

Noida -गल्फ कंट्री भेजने और नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी  वाले गैंग का पर्दाफाश

गल्फ कंट्री भेजने और नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी  वाले गैंग का पर्दाफाश

नोएडा। लोगों को गल्फ कंट्री भेजने और नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने वाली ट्रैवल कंपनी को थाना सेक्टर-63 पुलिस ने पकड़ा। कॉल सेंटर चलाने वाली एक महिला समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनके पास से 6.90 लाख रुपए , 5 मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किया गया है। ये अब तक 250 लोगों से ठगी कर चुके है।

डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि एच-73 सेक्टर 63 ग्लोबल ट्रैवल्स नाम की कंपनी चलाई जा रही थी। करीब तीन महीने पहले इन लोगों ने करीब 250 लोगों को अजरवेजान, दुबई, सउदी, आयरलैंड, लकजमबेग, मालदीव, ओमान, कुवैत भेजने की बात की। इनमें से 30 लोग ऐसे थे जिनकी टिकट 6 सितंबर 2024 को हो रखी थी।

एयरपोर्ट जाने पर जानकारी मिली कि ये टिकट फर्जी है। इसके बाद ये सभी लोग नोएडा के इस पते पर पहुंचे। कार्यालय बंद मिला कर्मचारी फरार थे। फोन किया लेकिन वो बंद मिला। पीड़ितों ने पुलिस से संपर्क किया।

थाना सेक्टर 63, नोएडा पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार योगेन्द्र उर्फ अनीस, मनोज उर्फ रिजवान, कोमल उर्फ ज्योति को डंपिंग यार्ड के पास ग्रीन बेल्ट ए-ब्लॉक से गिरफ्तार किया। इन तीनों ने पूछताछ में बताया कि हम अपनी कंपनी को सोशल मीडिया पर लिस्ट कराकर इच्छुक लोगों को वॉट्सऐप ग्रुप से जोड़ते थे। जिनके वॉट्सऐप ग्रुप में केवल एडमिन ही मैसेज कर सकता था। इसी ग्रुप पर विदेश में स्थित कंपनी के फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर बनाकर आवेदकों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देते थे।

झांसे में आने पर 1 लाख रुपए तक ली रकम


एक बार झांसे में आने के बाद आवेदक का पासपोर्ट अपने पास रखकर फर्जी वीजा तैयार करते थे। इसके लिए प्रोसेसिंग फीस ली जाती थी। इसके बाद टिकट और जिस देश में भेजा जाता था वहां की कुछ प्रोसेस बताकर एक व्यक्ति से करीब 70 हजार से 1 लाख रुपए लिए जाते थे। इसके बाद उनको ग्रुप पर या मेल पर फर्जी टिकट, अपॉइंटमेंट लेटर और अन्य दस्तावेज भेज देते थे। उनको बताते थे कि जिस दिन की फ्लाइट होगी उसी दिन एयरपोर्ट पर हमारा एजेंट पासपोर्ट देगा।

पासपोर्ट किए डिस्ट्राय


कॉल सेंटर छोड़ने से पहले इन लोगों ने सभी पासपोर्ट को डिस्ट्रॉय कर दिया। साथ ही कुछ पासपोर्ट कोरियर कर दिए गए। खास बात ये है जो एयर टिकट ये बनाते थे वो डमी टिकट होते थे जो तीन दिन में समाप्त हो जाते थे। ये सभी लोगों को एक ही दिन ऑफिस बुलाते थे। उनके दस्तावेज लेते और कैश लेकर उनको वापस भेज देते थे।

सोशल साइट के जरिए किया प्रचार


पूछताछ में बताया कि लोगों को गल्फ कंट्री दुबई, अजरवेजान, सउदी, आयरलैड आदि में नौकरी दिलाना व उनके वीजा तैयार करने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम पर अपनी कंपनी के नाम के ऐड चलाये थे। जहां पर लोगों ने आकर हमसे सम्पर्क किया। हम लोग हमेशा नाम छिपाकर काम करते थे। ताकि किसी को हमारे बारे में पता न चल सके। कंपनी का सारा पैसा हमारे साथी प्रेमपाल रायकवर के एकाउंट में गया है।