उ0प्र0 सहकारी ग्राम विकास बैंक लि0 द्वारा ‘‘युवा, महिला और कमजोर वर्गों के लिए सहकारिता’’ विषयक गोष्ठी का आयोजन
कृषकों की आवश्यकतानुसार खेती में सहयोग हेतु रू0 1.00 लाख तक का ऋण देने की नई योजना लागू की गयी। कृषक परिवारों को कोविड जैसी महामारी के कारण उपलब्ध विषम परिस्थितियों में ऋणों की अदायगी हेतु एकमुश्त समाधान योजना लागू करते हुए 88934 कृषक परिवारों को रू0 664.90 करोड़ की ब्याज में छूट प्रदान की गयी।
लखनऊ:
68वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह 2021 के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लि0 द्वारा अपने सभागार में ‘‘युवा, महिला और कमजोर वर्गों के लिए सहकारिता’’ विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया। उक्त गोष्ठी में उ0प्र0 सरकार के गठन के उपरान्त बैंक की 4.5 वर्षों में की गई उपलब्धियां एवं बैंक की वित्तीय स्थिति विस्तृत रूप से बैंक के प्रबन्ध निदेशक श्री अरविन्द कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश के विशेषकर पिछड़े वर्ग के कमजोर सदस्यों को इस वर्ष न्यूनतम ब्याज दर पर 1516 सदस्यों को रू0 23.51 करोड़ का ऋण वितरण कर लाभान्वित किया गया। कृषकों की आवश्यकतानुसार खेती में सहयोग हेतु रू0 1.00 लाख तक का ऋण देने की नई योजना लागू की गयी। कृषक परिवारों को कोविड जैसी महामारी के कारण उपलब्ध विषम परिस्थितियों में ऋणों की अदायगी हेतु एकमुश्त समाधान योजना लागू करते हुए 88934 कृषक परिवारों को रू0 664.90 करोड़ की ब्याज में छूट प्रदान की गयी। नवगठित बैंक प्रबन्ध समिति के कुशल मार्ग दर्शन मंे बैंक विगत कई वर्षों से हानि में चल रही थी जिसे लाभ की श्रेणी में लाया गया तथा वर्ष 2020-21 में रू0 23.23 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता बैंक प्रबन्ध समिति की वरिष्ठ सदस्या श्रीमती सत्यावती सिंह द्वारा की गयी। गोष्ठी में बैंक प्रबन्ध समिति के सदस्य श्री मुक्तेश्वर सिंह, श्री सुधीर कुमार सिंह ‘‘सिद्धू’’, डा0 अन्जना श्रीवास्तव, डा0 रामशरण कटियार ने अपने विचार व्यक्त किये, जिसमें बैंक द्वारा कृषकों को सरकार की मंशानुसार किये जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
विचार गोष्ठी में आई0सी0सी0एम0आर0टी0, लखनऊ से आये प्रोफेसर डा0आर0के0पी0 प्रजापति एवं श्री के0 अम्बुमणि ने दक्षिण भारत में सहकारिता के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की विस्तृत चर्चा की गयी। गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहीं श्रीमती सत्यावती सिंह ने बैंक द्वारा किये जा रहे कार्यों को और अधिक प्रभावशाली तरीके से कार्य करने के लिए सुझाव दिये गये। गोष्ठी में श्री दिवाकर सिंह चौहान, शाखा अध्यक्ष, बक्शी का तालाब ने भी विचार रखे। गोष्ठी में बैंक के अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित हुए। उक्त विषय पर आमंत्रित अतिथियों तथा बैंक अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विचार व्यक्त किये गये जिसमें बैंक के माध्यम से प्रदेश के युवा, महिला एवं कमजोर वर्ग के सदस्यों को रोजगार, शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रदान किये जाने पर विशेष बल दिया गया। गोष्ठी के अन्त में बैंक के प्रबन्ध निदेशक द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।