एसडीपीडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मनाया गया क्रांति दिवस

जिसके बाद मेरठ, कानपुर ने देश के विभिन्न भागों में आजादी की अलख जगाई और सैनिकों ने भी सशस्त्र विद्रोह किया।

एसडीपीडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मनाया गया क्रांति दिवस

पोषित कुमार(आज का मुद्दा)
अनूपशहर: अनूपशहर के अनूपशहर बुलंदशहर रोड स्थित एसडीपीडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आज दिनांक 10 मई को क्रांति दिवस मनाया गया। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की याद में आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर क्रांति दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया

जिसमें वक्ताओं ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए देश को अंग्रेजो की दासता से मुक्त कराने के लिए किए गए संघर्ष एवं बलिदान के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।

स्कूल के डायरेक्टर अंकुर शर्मा ने कहा कि 10 मई 1857 को मेरठ में मंगल पांडे के नेतृत्व में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखी गई। जिसके बाद मेरठ, कानपुर ने देश के विभिन्न भागों में आजादी की अलख जगाई और सैनिकों ने भी सशस्त्र विद्रोह किया।

स्कूल के प्रधानाचार्य बीएस तोमर ने स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्ष 1857 में वह ऐतिहासिक दिन 10 मई ही था, जब देश की आजादी के लिए पहली चिंगारी मेरठ से भड़की थी।

अंग्रेजों को खदेड़ने के लिए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नींव साल 1857 में सबसे पहले मेरठ के सदर बाजार में भड़की, जो पूरे देश में फैल गई थी। यह मेरठ के साथ-साथ पूरे देश के लिए गौरव की बात है।

मेरठ के क्रांति स्थल और अन्य धरोहर आज भी अंग्रेजों के खिलाफ क्रांतिधरा से शुरू हुई आजादी की क्रांति की याद ताजा करती हैं।