वेलेंटाइन डे को ‘काउ हग डे’ के तौर पर मनाने का शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने मखौल उड़ाया

मुंबई, 10 फरवरी ( शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के मौके पर ‘काउ हग डे’ मनाने की पहल का शुक्रवार को मखौल उड़ाया

वेलेंटाइन डे को ‘काउ हग डे’ के तौर पर मनाने का शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने मखौल उड़ाया

मुंबई, 10 फरवरी ( शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के मौके
पर ‘काउ हग डे’ मनाने की पहल का शुक्रवार को मखौल उड़ाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष


करते हुए दावा किया कि अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी प्रधानमंत्री के लिए ‘पवित्र गाय’ हैं।
भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (एडब्ल्यूबीआई) ने लोगों से ‘सकारात्मक ऊर्जा’ फैलाने और ‘सामूहिक


खुशी’ को प्रोत्साहित करने के लिए वेलेंटाइन डे को ‘काउ हग डे’ (गाय को गले लगाने के दिवस) के


रूप में मनाने का आग्रह करते हुए एक परामर्श जारी किया है। भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं
ने इस कदम का समर्थन किया है, जबकि इसका उपहास उड़ाने वाले कई ‘मीम्स’ भी सामने आये हैं।


अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह पर
फर्जी लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद समूह के


शेयर की कीमतों में पिछले कुछ सप्ताह में भारी गिरावट आई है। वहीं, अडाणी समूह ने कहा है कि
वह सभी कानूनों और सूचना प्रकट करने संबंधी आवश्यकताओं का अनुपालन करता है।


शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में शिवसेना के उद्धव गुट ने कहा कि अडाणी के खिलाफ
संसद में विरोध के बावजूद, प्रधानमंत्री ने ‘घोटाले’ पर एक भी शब्द नहीं बोला। ‘सामना’ के


संपादकीय में कहा गया है, ‘‘लोग अडाणी घोटाले पर प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण चाहते हैं, लेकिन मोदी
सरकार ने फिर से लोगों को चुप रहने के लिए धर्म की एक खुराक दी है।

मोदी ने संसद में अडाणी
के बारे में बात नहीं की, लेकिन उनकी सरकार ने गायों पर बात की।’’


संपादकीय में कहा गया है, ‘‘अडाणी शेयर बाजार के ‘बिग बुल’ हैं, लेकिन मोदी के लिए वह एक
‘होली काऊ’ (पवित्र गाय) हैं।’’ शिवसेना के संपादकीय में आरोप लगाते हुए कहा गया है कि इस साल


कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और लोकसभा चुनाव सिर्फ एक साल दूर हैं। ऐसे में मोदी के
नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के पास विकास को लेकर दिखाने के लिए


बहुत कुछ नहीं है, इसलिए वह राम मंदिर और गायों जैसे मुद्दों के नाम पर वोट मांग रही है।


संयोग से, अडाणी ने पिछले साल सितंबर में शिवसेना के यूबीटी गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे से
मुलाकात की थी।