गौतमबुद्ध नगर संयुक्त किसान मोर्चा ने की बैठक किसानों की गिरफ्तारी से इरादे हुए और मजबूत - चौ0 पवन तेवतिया
गौतमबुद्ध नगर में किसान आंदोलन के चलते लगातार किसान अपनी गिरफ्तारी दे रहे हैं। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा की शुक्रवार को एक बैठक गांव में हुई।
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संयुक्त किसान मोर्चा ने की बैठक किसानों की गिरफ्तारी से इरादे हुए और मजबूत - चौ0 पवन तेवतिया
आज का मुददा बुलंदशहर (त्रिलोक चन्द) :
गौतमबुद्ध नगर में किसान आंदोलन के चलते लगातार किसान अपनी गिरफ्तारी दे रहे हैं। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा की शुक्रवार को एक बैठक गांव में हुई। बैठक में 30 से अधिक किसान संगठन एक साथ मौजूद रहे और सभी ने आंदोलन को आगे बढ़ाने और अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है। साथ ही, बैठक में सभी किसान संगठनों ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा पहले की तरह आज भी एकजुट है। और इस घटना के बाद और ज्यादा मजबूत और अपना हक लेने के लिए तत्पर है।
संयुक्त किसान मोर्चे के सभी संघठन बैठक में हुए शामिल
दरअसल, शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चे ने एक बैठक बुलाई गई। इस बैठक में भारतीय किसान यूनियन टिकैत, भारतीय किसान यूनियन संपूर्ण भारत, भारतीय किसान यूनियन महात्मा टिकैत, जय जवान जय किसान, किसान एकता संघ, भारतीय किसान यूनियन मंच, किसान एकता महासंघ, किसान परिषद, भारतीय किसान यूनियन भानु, भारतीय किसान यूनियन अखंड, भारतीय किसान यूनियन कृषक शक्ति, भारतीय किसान यूनियन अजगर, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा आदि लगभग 30 से अधिक संगठन मौजूद रहे। बैठक में सभी संघठन के प्रतिनिधि और राष्ट्रीय अध्यक्ष उपस्थित रहे। बैठक में मौजूद सभी किसान संगठनों ने एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है। जिसके चलते लगातार आंदोलन को आगे बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया है।
किसान और किसान नेता जेल में बंद है उन्हें तुरंत बिना शर्त रिहा किया जाए
भारतीय किसान यूनियन सम्पूर्ण भारत के प्रदेश अध्यक्ष चौ0 पवन तेवतिया ने बताया कि बैठक में किसानों द्वारा निर्णय लिया गया कि पुलिस की बर्बरता और बनाए जा रहे माहौल को तुरंत समाप्त किया जाए। साथ ही साथ जो किसान और किसान नेता जेल में बंद है उन्हें तुरंत बिना शर्त रिहा किया जाए। इसके साथ ही एक सद्भाव पूर्ण माहौल तैयार किया जाए जिससे वार्ता और संवाद का माहौल तैयार हो सके। लोकतंत्र के सभी पक्षों के अधिकार सुरक्षित किए जाएं क्योंकि धरना प्रदर्शन के माध्यम से अपनी बात रखना हमारा संवैधानिक अधिकार है। संयुक्त किसान मोर्चा पहले की तरह आज भी एकजुट है।
किसानों की गिरफ्तारी के इस घटनाक्रम के बाद किसान मोर्चा और ज्यादा मजबूत और अपने हक लेने के लिए तत्पर है। शासन, प्रशासन और सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक निर्णय लिए जाने की स्थिति में संयुक्त किसान मोर्चा दोबारा कोई बड़ा निर्णय लेने के लिए विवश होगा। यह जानकारी भारतीय किसान यूनियन संपूर्ण भारत के प्रदेश अध्यक्ष पवन तेवतिया ने दी।