जी का जंजाल बना भंगेल एलिवेटेड रोड : सड़कों पर जाम से परेशान लोग
जी का जंजाल बन चुके भंगेल एलिवेटेड रोड के पूरा होने की राह में मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक साल में बनने वाली इस रोड को 4 साल होने को हैं,
जी का जंजाल बन चुके भंगेल एलिवेटेड रोड के पूरा होने की राह में
मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक साल में बनने वाली इस रोड को 4 साल होने को हैं,
लेकिन अभी तक इसका 75 फीसदी काम ही हो सका है। कभी पैसों की तंगी को लेकर तो कभी एलिवेटर
रोड के बीच में बिल्डिंग आने से इसका काम रुकता रहा है। सेतु निगम की मांग पूरी करने के बाद इस
काम को रफ्तार तो मिली, लेकिन भंगेल मार्केट की दो बिल्डिंग हैं जो एलिवेटेड रोड की राह में अड़चन
बनकर सामने आई हैं। इसके साथ ही अब नोएडा अथॉरिटी ने लूप को बनाने का समय भी बढ़ा दिया है।
क्या है पूरा मामला
भंगेल मार्केट में पिलर नंबर 122 के पास दो बिल्डिंग हैं जिसमें रेजिडेंशियल हाउस और दुकानें बनी हुई
हैं। वह एलिवेटेड रोड के बीच में आ रही है। छालेरा से फेस टू तक बरौली भंगेल मार्केट का ट्रैफिक खत्म
करने के लिए भंगेल एलिवेटेड रोड बनाने की शुरुआत की गई थी। लेकिन इसके बीच में फंसे लोग अभी
तक ट्रैफिक में ही फंसे हुए हैं। भंगेल दादरी वाली रोड में गड्ढे हो गए हैं काम अभी तक चालू है। काम
की वजह से रात दिन जाम लगा रहता है। नोएडा प्राधिकरण ने पहले लूप बनाने को लेकर प्लानिंग की
थी। प्राधिकरण द्वारा यह फैसला लिया गया है, अब एलिवेटेड रोड बनने के बाद ही लूप को बनाया
जाएगा।
इन चार जगहों पर बनेंगे लूप, एक साल बाद
आपको बता दे की नोएडा अथॉरिटी ने चार लूप बनाने का फैसला लिया था। पहला लूप 101 की तरफ
बनाया जाना था। इससे साथ एक्स्ट्रा और ट्रैफिक चलकर सेक्टर 82 की तरफ जाएगा। दूसरा लूप सेक्टर-
49 बरौला, तीसरा लूप सेक्टर-107 की तरफ उतरेगा, चौथा लूप बरौला टी प्वॉइंट से अगाहपुर के लिए
ट्रैफिक को एलिवेटेड पर चढ़ाएगा। लूप की प्लानिंग के बाद यह अंदाजा लगाए जा रहा था। एलिवेटेड रोड
के नीचे का ट्रैफिक आसानी से ऊपर चढ़ और उतर सकेगा। अब नोएडा प्राधिकरण ने यह फैसला लिया है
कि काम पूरा हो जाने के बाद ही लूप बनाया जाएगा।
दो कंसलटेंट एजेंसी रखेंगी ध्यान
भंगेल एलिवेटेड रोड का काम जून 2020 में नोएडा प्राधिकरण द्वारा शुरू किया गया था। इसमें 468
करोड़ रुपए खर्च होने थे। अब तक 75% कम पूरा हो चुका है, लेकिन उसके बीच कई समस्याएं सामने
आई हैं। जैसे कि सेंट लाइन आना सिविल लाइन की शिफ्टिंग ना होना, कुछ बिल्डिंग बीच में आ जाना
और पैसे की तंगी। अब इन समस्याओं को नोएडा अथॉरिटी ने दूर करने के लिए दो कंसलटेंट एजेंसी को
तैनात कर दिया है। यह एजेंसी इस परियोजना में आने वाली सारी समस्याओं का समाधान करके
अथॉरिटी को आवगत करवाएगी।