धर्मांतरण का एक बड़ा अड्डा बनती जा रही है दिल्ली

गाजियाबाद, 30 जुलाई। खोड़ा थानाक्षेत्र में चल रहे धर्मांतरण के मामले में चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। इस मामले में जेल भेजे गए गैंग के सदस्यों का शिकार हुए दिल्ली के एक युवक ने पुलिस पूछताछ में बड़ा दावा किया

धर्मांतरण का एक बड़ा अड्डा बनती जा रही है दिल्ली

गाजियाबाद, 30 जुलाई  खोड़ा थानाक्षेत्र में चल रहे धर्मांतरण के मामले में चौंकाने वाला
खुलासा सामने आया है। इस मामले में जेल भेजे गए गैंग के सदस्यों का शिकार हुए दिल्ली के एक


युवक ने पुलिस पूछताछ में बड़ा दावा किया है। उसका दावा है कि दिल्ली के महरौली स्थित मस्जिद में
धर्मांतरण का बड़ा खेल खेला जाता है। इस्लामिक दावा सेंटर और संगम विहार मस्जिद के बाद दिल्ली


की महरौली मस्जिद को लेकर किए गए दावे से पता चलता है कि देश की राजधानी दिल्ली धर्मांतरण
का एक बड़ा अड्डा बनती जा रही है। युवक के दावों की सत्यता जांचने के लिए धर्मांतरण मामले की


जांच कर रही पुलिस की एसआईटी दिल्ली के महरौली स्थित मस्जिद पहुंची है। पुलिस अधिकारी का
कहना है

कि मस्जिद का रिकॉर्ड जांच कर पुलिस युवक के दावों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
डीसीपी ट्रांस हिंडन विवेक यादव ने बताया कि खोड़ा में रहने वाली युवती के पिता की शिकायत पर


पुलिस ने 7 जुलाई को धर्मांतरण कराने वाले गैंग के तीन सदस्यों मोहम्मद राहिल उर्फ राहुल अग्रवाल,
अब्दुल्ला अहमद उर्फ सौरभ खुराना और मोहम्मद मुशीर को गिरफ्तार किया था। बाद में दिल्ली की


संगम विहार मस्जिद के मौलवी शाह दमन को भी इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। जांच में
सामने आया था

कि आरोपी शहादत के लिए हिंदू युवक-युवतियों को अपने जाल में फंसाकर उनका
धर्मांतरण करा रहे थे।


डीसीपी ने बताया कि आरोपियों का शिकार हुए दिल्ली के संगम विहार निवासी एक युवक से पूछताछ की
गई। जिसमें युवक का कहना है कि पूर्व में वह मुशीर से कोचिंग लेता था। कोचिंग के दौरान ही मुशीर ने


उसका परिचय अब्दुल्ला अहमद से कराया था। अब्दुल्ला ने महरौली स्थित मस्जिद में उसका धर्मांतरण
कराया था। बतादें कि इससे पूर्व संगम विहार स्थित मस्जिद और इस्लामिक दावा सेंटर का नाम भी इस


प्रकरण में सामने आ चुका है। खुलासा हुआ कि संगम विहार मस्जिद में बैठकर आरोपी राहिल ने जहां


मौलवी के जरिए खोड़ा निवासी युवती से ऑनलाइन निकाह किया था। वहीं, पकड़े गए आरोपी अब्दुल्ला
अहमद का धर्मांतरण इस्लामिक दावा सेंटर के कर्ताधर्ता उमर गौतम ने इसी सेंटर में कराया था।


जांच में यह भी पता चला कि अब्दुल्ला अहमद के रडार पर दिल्ली निवासी कई युवक थे, जिनका वह
इस्लामिक दावा सेंटर में धर्मांतरण कराने का प्लान बना रहा था। डीसीपी ट्रांसहिंडन विवेक यादव का


कहना है कि मामले की जांच कर रही एसआईटी को महरौली मस्जिद में जांच के लिए भेजा गया था।
लेकिन मस्जिद कमेटी ने अपना रिकॉर्ड दिखाने से इन्कार कर दिया और इस बात को स्वीकारा कि यहां


कुछ लोग स्वेच्छा से धर्मांतरण कर चुके हैं। डीसीपी का कहना है कि अब इस मामले का इनपुट आईबी
को दिया गया है।