-एफआरसी कमेटी के माध्यम से लोगों के 70 साल पुराने जमीनी कलैम होंगे सैटल
ग्राम पंचायतों में बनी एफआरसी कमेटियों को आनी में दी जा रही ट्रेनिंग जमीन सेटल करने के लिए दस्तावेज सहित मांगे गए आवेदन
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-ग्राम पंचायतों में बनी एफआरसी कमेटियों को आनी में दी जा रही ट्रेनिंग
जमीन सेटल करने के लिए दस्तावेज सहित मांगे गए आवेदन
आनी।यदि आप वन भूमि पर सात दशक से बसेरा कर रहे हैं और लिखित दस्तावेज इशु होने के बावजूद आपका वन भूमि पर मालिकाना हक नहीं मिल पाया है तो ऐसे लोग जो यह सिद्ध करे कि कब्जे वाली जमीन पर वो सात दशक से रह रहे है और शख्स
के पास कोई पुख्ता कागजी दस्तावेज उपलब्ध है और कोई 70 साल से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग उक्त व्यक्ति के पक्ष में यदि इस संदर्भ में ब्यान देता है तो एफआरसी कमेटी के माध्यम से वे अपने कलैम सैटल करवा सकते हैं। इसी तरह यदि ऐसी कोई वन
भूमि ग्रामीणों के पास है और उसपर ग्रामीणों का हक दस्तावेज होने के बावजूद भी नहीं मिल पाया तो वे कमेटी के माध्यम से कलैम सेटल करवा सकते हैं।
यह बात तहसीलदार आनी दलीप शर्मा और बीडीओ बबनेश चड्ढा ने पंचायत समिति सभागार आनी में कमेटी सदस्यों को ट्रेनिंग के दौरान कही।
इसके अलावा विकास कार्य जैसे स्कूल भवन, स्वास्थ्य भवन, आंगनबाड़ी भवन, टैंक, तालाब, सामुदायिक भवन , रास्ते आदि कार्यों के लिए भी कमेटी के माध्यम से जमीन सेटल करवा सकेंगे।
ट्रेनिंग दे रहे तहसीलदार दलीप शर्मा, बीडीओ बबनेश चड्ढा ने बताया कि हर पंचायत वार्ड के 18 वर्ष आयु से ऊपर के सभी लोग कमेटी के सदस्य होंगे। इनमें से अधिकतम 10-15 लोगों की हर वार्ड स्तर पर एक एफआरसी कमेटी बनाई गई है। जिसमें हर
पंचायत वार्ड सदस्य कमेटी के अध्यक्ष जबकि एक शिक्षक व्यक्ति को सचिव चुना गया है। उन्होंने कहा कि
जिन लोगों ने अपने कलैम सैटल करने हैं वो दस्तावेजों के साथ कमेटी के माध्यम से कलैम सेटल कर सकते हैं।
दस्तावेजों की जाँच एसडीएम की अध्यक्षता वाली सबडिवीजन कमेटी करेगी। जिसके बाद सभी तथ्यों की जाँच डीसी की अध्यक्षता वाली कमेटी करेगी ।सही साबित होने पर ऐसे लोगों के कलेम सेटल हो सकेंगे और लोगों की बरसों पुरानी समस्या का
कमेटी के माध्यम से स्थाई समाधान हो सकेगा। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग को तीन चरणों में रखा गया है। जिन कमेटी की ट्रेनिंग हो चुकी है वो अपने वार्ड में क्लेम सेटल करने के लिए आवेदन लें।