हनुमान प्राकट्योत्सव पर टीकाराम मंदिर में हुआ सामूहिक सुंदरकांड का पाठ
सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की अगुवाई में पाठ के उपरांत हुआ विशाल भंडारा
लखनऊ मंगलवार 23 अप्रैल। सत्य सनातन नारी शक्ति-लक्ष्मणपुरी, की ओर से सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की अगुवाई में हनुमान महाराज के पावन प्राकट्योत्सव पर मंगलवार 23 अप्रैल 2024 को भव्य सुंदरकाण्ड का आयोजन, निशातगंज गोमती पुल हनुमान सेतु मार्ग स्थित प्रतिष्ठित टीकाराम हनुमान मंदिर परिसर में दोपहर से किया गया। सुंदरकांड पाठ के उपरांत हुए भंडारे भी बड़ी संख्या में भक्तगण उमडे। इस अवसर श्री परमान्द हरि हर मन्दिर की संस्थापिका सपना गोयल ने आवाह्न किया कि देवों और संतों की भूमि-भारत को अपनी आध्यात्मिक सनातन पहचान दिलवाने के लिए प्रत्येक हिंदू अपने-अपने स्थानीय मंदिरों पर हर मंगलवार को एकत्र होकर सुंदरकांड का पाठ अवश्य करें।
जैसा की आप सभी को अवगत है ही कि सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की अगुवाई में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रविवार 10 मार्च को 5 हजार महिलाओं द्वारा एक साथ सुंदरकांड कराने का संकल्प पूरा किया गया। इस क्रम में अब जल्द ही अयोध्याजी और प्रयागराज जैसे तीर्थों की पावन धरा पर भी पांच-पांच हजार महिलाओं द्वारा सामूहिक सुंदरकांड पाठ का संकल्प सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल द्वारा लिया गया है। उनका संदेश है कि हर मंगलवार को मंदिरों में भक्तों द्वारा सामूहिक सुंदरकांड का पाठ किया जाए। इसके साथ ही हर माह मासिक संगोष्ठी के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के व्यापक अभियान का संचालन भी प्रभावी रूप से किया जा रहा है।
सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल ने बताया कि इस साल सावन महीने में पांच सौ मंदिरों में महिलाएं एकत्र हो कर सुंदरकांड का पाठ करेंगी। सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल के संकल्प को धरातल पर साकार करने में उनके द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर गठित 51 शक्तिपीठ सनातनी महिला समूह अहम् भूमिका अदा कर रहे हैं। सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल ने बताया कि उत्तर प्रदेश के जिले पीलीभीत, बरेली, मुरादाबाद, नोएडा, गाजियाबाद, आगरा, लखीमपुर, रायबरेली, बनारस, सुल्तानपुर, बाराबंकी, अयोध्या नगरी, बदायूं, बिजनौर, अमरोहा, सीतापुर, कानपुर, जौनपुर सहित प्रदेश के पचास गांव और देश में मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, उड़ीसा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु तक में यह अभियान पहुंच चुका है। विदेशों में मॉरीशस, अमेरिका, साउथ अफ्रीका और संयुक्त अरब अमीरात तक में यह अभियान सक्रिय हैं। सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल के अनुसार भगीरथ ने अपने पूर्वज राजा सगर के साठ हजार पुत्रों को जिस तरह मुक्ति दिलवायी थी उसी तरह उनका भी संकल्प, मानव जाति का कल्याण करना है। इसकी प्रेरणा उन्हें साल 2022 में बाबा अमरनाथ से मिली थी। सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल ने बताया कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को प्रभु श्रीराम के अनुज लक्ष्मण के नाम पर बसी लक्ष्मणपुरी, के मूल नाम को लोकप्रिय करवाने और सनातन धर्म के पुनरुत्थान के लिये वह बीते कई वर्षों से मंदिर निर्माण और मंदिरों के जीर्णोद्धार का कार्य भी करवा रही हैं।