लखनऊ-कानपुर समेत छोटी दूरियों के लिए भी चलेगी नमो भारत
लखनऊ-कानपुर और मेरठ-सहारनपुर जैसे छोटी दूरियों के बीच जल्द ही नमो भारत ट्रेनें दौड़ती नजर आएंगी। इन ट्रेनों का स्टापेज सभी प्रमुख स्टेशनों पर होगा और इनमें एसी बोगियां भी लगाई जाएंगी।
लखनऊ-कानपुर समेत छोटी दूरियों के लिए भी चलेगी नमो भारत
लखनऊ। लखनऊ-कानपुर और मेरठ-सहारनपुर जैसे छोटी दूरियों के बीच जल्द ही नमो भारत ट्रेनें दौड़ती नजर आएंगी। इन ट्रेनों का स्टापेज सभी प्रमुख स्टेशनों पर होगा और इनमें एसी बोगियां भी लगाई जाएंगी। रेलवे इसके लिए जोरशोर से तैयारियां कर रहा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को पत्रकारों से वर्चुअल संवाद के दौरान उत्तर प्रदेश की प्रस्तावित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि 19,858 करोड़ का बजट उत्तर प्रदेश के लिए रखा गया है। इतना ही नहीं, 1.04 हजार करोड़ रुपये का निवेश भी प्रदेश में किया जा रहा है। दोहरी, तिहरी लाइनों और अमृत भारत स्टेशनों का विकास भी तेजी से किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में उत्तर प्रदेश में 5200 किलोमीटर नई लाइनें बिछाई गई हैं। 157 स्टेशनों का विकास अमृत भारत योजना से हो रहा है। इसमें स्टेशनों की क्षमता बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि 14 वंदेभारत ट्रेनें उत्तर प्रदेश के 20 जिलों से होकर जा रही हैं। दरभंगा से दिल्ली जाने वाली अमृत भारत ट्रेन भी उप्र के 10 जिलों से होकर जाती है।
रेल मंत्री ने कहा, डबल इंजन की सरकार उप्र के रेल नेटवर्क का कायाकल्प करने के लिए कटिबद्ध है। इसमें राज्य सरकार का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। रेल मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की। बताया कि कानपुर में एलिवेटेड ट्रैक के निर्माण में स्थानीय स्तर कुछ बाधाएं आ रही थीं। उन्होंने मुख्यमंत्री को फोन पर बताया तो यह काम भी आननफानन हो गया।
रेल मंत्री ने बताया कि कई मामलों में भारतीय रेलवे आस्ट्रेलिया और स्विटजरलैंड से भी तेजी से कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना वर्ष 2023 में शुरू हुई और इस पर तेजी से काम हुआ। सिडनी में ऐसी ही परियोजना के लिए आठ वर्ष का समय रखा गया है।
इसी तरह कवच प्रणाली पर भी काफी तेज काम हुआ। छह वर्षों में इसे पूरे रेल नेटवर्क में लागू कर दिया जाएगा। उप्र में कवच प्रणाली 4800 किमी रेल नेटवर्क पर काम कर रही है।