कबीर दास की जयंती पर हुई दोहा गायन प्रतियोगिता में छात्रों ने दिखाई प्रतिभा
गुरुग्राम, 13 जून । गुरुग्राम विश्वविद्यालय में संत कबीर दास की जयंती पर दोहा गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
गुरुग्राम, 13 जून । गुरुग्राम विश्वविद्यालय में संत कबीर दास की जयंती पर दोहा गायन प्रतियोगिता
का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता का आयोजन विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार के मार्गदर्शन में विवेकानंद
क्लब द्वारा हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत राजीव कुमार सिंह एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और सामाजिक कार्यकर्ता
देव प्रसाद भारद्वाज और विशिष्ट अतिथि मंजुल पालीवाल ने दीप जलाकर की।
प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने दोहों के माध्यम से अनेक भाव शैली में कबीर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। कबीर
के दोहों को गायन के रूप में पेश कर उन्होंने खूब तालियां बटोरीं। इस अवसर पर प्रो. राकेश योगी, डा. सीमा
महलावत, डा. नीलम वशिष्ठ ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाते हुए विजेताओं के नाम घोषित किए। दोहा-
गायन प्रतियोगिता में एमए हिदी की खुशबू ने प्रथम स्थान,
एमए हिदी की चंचल ने दूसरा और फिजियोथेरेपी की
छात्रा निशा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान करने वाले छात्रों को हजार, आठ सौ और छह सौ रुपये की नकद राशि देकर
पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर देव प्रसाद भारद्वाज ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि कबीर के दोहों
में जीवन का सार छुपा है। संत कबीर आडंबरों के सख्त विरोधी थे। उन्होंने लोगों को एकता के सूत्र का पाठ
पढ़ाया। वे लेखक और कवि थे, उनके लिखे दोहे इंसान को जीवन की नई प्रेरणा देते हैं।
इस अवसर पर उपस्थित जीयू के कुलसचिव डा. राजीव कुमार सिंह ने दोहा गायन प्रतियोगिता में विजयी रहे छात्रों
को शुभकामनाएं दीं और कुलसचिव ने कबीर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कबीर की शिक्षा आज भी
प्रासंगिक है। कबीर दास के दोहों में लाइफ मैनेजमेंट के कई सूत्र छिपे हैं। इस अवसर पर प्रो. नीरा वर्मा, डा. सीमा
मेहलावत, डा. बिजेंद्र, डा. श्वेता और विवि के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।