जनता दर्शन में मुख्यमंत्री का लोगों को भरोसा
गोरखपुर, 12 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में आए लोगों को आश्वस्त किया कि उनके रहते किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। हर हाल में सबकी पीड़ा का निवारण कराया जाएगा।
जनता दर्शन में मुख्यमंत्री का लोगों को भरोसा
गोरखपुर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में आए लोगों को आश्वस्त किया कि उनके रहते किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। हर हाल में सबकी पीड़ा का निवारण कराया जाएगा। यह उनकी सरकार की प्राथमिकता है। हर मामले में प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। जिनके पास पक्का आवास नहीं है, उन्हें पीएम-सीएम आवास योजना से मकान मिलेगा। जिन्हें इलाज की आवश्यकता है, उनके मुकम्मल इलाज की व्यवस्था की जाएगी। इलाज में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। हर पीड़ित की समस्या का निस्तारण उसकी सन्तुष्टि के मुताबिक कराया जाएगा।
करीब 225 लोगों की समस्या सुनीं सीएम ने, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश
सीएम योगी ने गुरुवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में करीब 225 लोगों की समस्याएं सुनीं। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने कुर्सियों पर बैठाए गए फरियादियों तक मुख्यमंत्री खुद गए। इत्मीनान से एक-एक कर सबकी समस्याएं सुनीं, उनके प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को जरूरी निर्देश के साथ संदर्भित किया। साथ ही आश्वस्त किया कि परेशान मत होइए, समस्या समाधान के लिए त्वरित व प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इस दौरान इलाज के लिए मदद की गुहार करने आए लोगों से उन्होंने आयुष्मान कार्ड के बारे में पूछा। साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलाज के लिए इस्टीमेट की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण कर शासन में उपलब्ध कराया जाए। इस्टीमेट मिलते ही इलाज के लिए धन अवमुक्त हो जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि सभी जरूरतमंदों के आयुष्मान कार्ड बनवाए जाएं।
जमीनों पर अवैध कब्जा करने वालों से सख्ती से निबटे
पुलिस व राजस्व से संबंधित मामलों में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर मामले में समाधान जल्दी से हो। साथ ही कार्यवाही ऐसी हो कि लोगों को दोबारा परेशान न होना पड़े। जनता दर्शन में कई जिलों से फरियादी पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों को करारा सबक सिखाया जाए। साथ ही गरीबों और जरूरतमंदों के मकान बनवाए जाएं। अधिकारी जन कल्याण के कार्यों को सदैव प्राथमिकता पर रखें और हर पीड़ित की समस्या का त्वरित निस्तारण करना सुनिश्चित करें।