जिला जेल पठारी के कैदी की अस्पताल में उपचार के दौरान संदिग्ध हालत में मौत

रायसेन, 25 नवंबर ( रायसेन जिला जेल पठारी में एक कैदी की अस्पताल में उपचार के दौरान संदिग्ध हालत में मौत हो गई है।

जिला जेल पठारी के कैदी की अस्पताल में उपचार के दौरान संदिग्ध हालत में मौत

रायसेन, 25 नवंबर (। रायसेन जिला जेल पठारी में एक कैदी की अस्पताल में उपचार के
दौरान संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। बीते रोज ही आबकारी उल्‍लंघन के मामले में बाड़ी


अमरावद निवासी राहुल ठाकुर पिता रमेश ठाकुर उम्र 26 वर्ष को लाया गया था पठारी जिला जेल


लाया गया था। जेल अधीक्षक रामकृष्ण गौर ने बताया कि जेल में चक्कर आने से राहुल ठाकुर
शौचालय की फर्श पर गिर गया था।


गुरुवार की रात लगभग साढ़े 8 बजे तबीयत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में बंदी राहुल ठाकुर को
भर्ती किया गया था। थोड़ा आराम लगने पर डॉक्टरों ने उसे वापस जेल भेज दिया। रात लगभग डेढ़


बजे एक बार फिर से वह बेहोश हो गया तो जेल के प्रहरी पुलिस जेल वाहन से इलाज के लिए
दोबारा जिला अस्पताल भिजवाया।

जिला अस्पताल के मेल वार्ड में ड्यूटी डॉक्टरों ने कैदी राहुल ठाकुर
को भर्ती किया। इलाज के दौरान 50 मिनट बाद ही रात 2:20 पर उसे मृत घोषित कर दिया। बंदी


के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मर्चुरी भेजा गया। सीजेएम कोर्ट में पेश करने से
पहले बरेली ओर फिर रायसेन में आरोपी राहुल ठाकुर का मेडिकल चेकअप कराया गया था।


जानिए किस मामले में किया था गिरफ्तार
प्रदेश में अवैध मदिरा व्यवसाय, विनिर्माण, संग्रहण एवं परिवहन आदि के विरुद्ध चलाए जा रहे


अभियान के तहत 22 नवंबर गुरुवार की रात को ग्राम अमरावद में दबिश देकर आबकारी


उपनिरीक्षक वृत्त बरेली राजेश विश्वकर्मा द्वारा आरोपित युवक को 66 बल्क लीटर अवैध हाथ भट्टी
मदिरा के साथ मौके पर गिरफ्तार किया था।

आरोपी के विरुद्ध धारा 34 (2) तथा 49 (क)
आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण कायम किया गया था।

मृतक के परिजन बिफरे, शराब ठेकेदार, आबकारी अमले पर लगाए गंभीर आरोप
शुक्रवार सुबह जिला अस्पताल मर्चुरी भवन के सामने मृतक कैदी के परिजन भड़क उठे। उन्होंने शराब


ठेकेदार सुरजन सिंह गुर्जर और आबकारी अमले बाड़ी, बरेली पुलिस थानों के पुलिस अधिकारियों को


राहुल की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। बयान लेने मौके पर पहुंचीं रायसेन सीजेएम वर्षा सिंह भाटी,
एसपी विकास कुमार शाहवाल से परिजनों ने इंसाफ की गुहार लगाई।