नरभक्षी गुलदार को पकड़ने के लिए चलाया गया सर्च ऑपरेशन भी नाकाम
बिजनौर : प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा द्वारा नगीना स्थित ग्रामीण क्षेत्र में लोगों की जान का दुश्मन बने खूंखार गुलदार को नरभक्षी घोषित किए जाने के बाद लखीमपुर खीरी के दुधवा नेशनल पार्क से भेजी गई
आज का मुद्दा ज़िला प्रभारी सैय्यद असद सुल्तान
बिजनौर : प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा द्वारा नगीना स्थित ग्रामीण क्षेत्र में लोगों की जान का दुश्मन बने खूंखार गुलदार को नरभक्षी घोषित किए
जाने के बाद लखीमपुर खीरी के दुधवा नेशनल पार्क से भेजी गई दो हथनियों तथा एक्सपर्ट टीम ने रविवार को नरभक्षी गुलदार को तलाश करने के लिए दिनभर कांबिंग की।लेकिन वन विभाग की टीम को सफलता नहीं मिल पाई।
वन विभाग की शिथिलता के कारण चार दिन बीतने के बाद भी नरभक्षी गुलदार के ना पकड़े जाने तथा वन अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के आदेशों का अनुपालन करने में खानापूर्ति करते दिखाई देने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त
शनिवार की दोपहर को लखीमपुर खीरी के दुधवा नेशनल पार्क से आई दो हथनियों को नरभक्षी गुलदार को खोजने के लिए
जंगलों में ले जाया गया और हथनियोंं के ऊपर बैठकर पूरे दिन जंगल में कांबिंग की।लेकिन कोई सफलता नहीं मिलने से ग्रामीण परेशान हैं और उनमें व्यापक आक्रोश है।
वही भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के कार्यकर्ताओं ने वन विभाग की टीम के साथ जंगल में कॉम्बिग की। लेकिन गुलदार की लोकेशन न मिलने से सभी परेशान हैं।
ज्ञातव्य है कि चार दिन पूर्व ग्राम तेलीपुरा में जंगल से चारा लेने गए 20 वर्षीय संदीप को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया था। जिसके बाद भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट व ग्रामीणों ने मृतक के शव को जंगल में रखकर गुलदार को नरभक्षी घोषित करने
तथा वन विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन मिलने के बाद ही संदीप के शव को पोस्टमार्टम के लिए
भिजवाने दिया था। वन विभाग के कर्मचारियों ने जंगल में ट्रेस कैमरे व पिंजरे भी लगाए और ड्रोन केमरे को उड़ाकर कर नरभक्षी गुलदार की लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।