गंगा में डूबे नेपाल के साधु की मौत
गोताखोरों ने कड़ी में शकत के बाद निकाला शव* - *पुलिस ने साधु के परिजनों को दी सूचना*
अमन त्यागी
(बुलंदशहर) नरसेना थाना क्षेत्र में गंगा स्नान के दौरान नेपाल देश का साधु डूब गया। गंगा में डूबे साधु की मौत हो गई। पीएसी प्लाटून और गोताखोरों की टीम गंगा ने गंगा से साधु का शव निकाल लिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 22 जनवरी को पूर्णिमा गंगा स्नान के लिए नेपाल देश के जनपद तनु के गांव केशवतार निवासी 65 वर्षीय साधु पदम निधि वराकोटी उर्फ प्रेमानंद महाराज नरसेना थाना क्षेत्र के मांडू गंगा घाट पर आए थे। महाराज सेवानिवृत अध्यापक भी बताए गए हैं। मांडू गंगा घाट के पास ही प्राचीन सच्चिदानंद स्वर्ग आश्रम में महाराज बीते एक सप्ताह से रुके हुए थे और यहां पूजा अर्चना, अनुष्ठान कर रहे थे। गुरुवार देर शाम महाराज मांडू गंगा घाट पर गंगा स्नान कर रहे थे इसी दौरान वह डूब गए। मौके पर मौजूद लोगों ने मामले की सूचना स्थानीय ग्रामीण और पुलिस को दी जिस पर पुलिस और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए लेकिन अंधेरा होने के चलते गंगा में तलाश शुरू नहीं हो पाई थी। स्थानीय पुलिस ने पीएसी प्लाटून और गोताखोरों को बुलाकर गंगा में डूबे महाराज की तलाश शुरू कर दी थी। मांडू घाट से कुछ की दूरी पर गोताखोरों ने साधु के शव को गंगा से बाहर निकाला। पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा पर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
स्याना एसडीएम देवेंद्र पाल सिंह ने बताया कि गंगा में डूबे साधु की मौत हो गई। साधु के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
*गोताखोरों के देरी से पहुंचने पर ग्रामीणों में आक्रोश*
गोताखोरों के घटनास्थल पर देरी से पहुंचने पर ग्रामीणों में आक्रोश पनप गया। ग्रामीणों की एकत्रित हुई भीड़ ने नाराजगी जाहिर करते हुए नायब तहसीलदार के साथ नोकझोंक की। ग्रामीणों का कहना है की सूचना देने के बाद भी गोताखोरों की टीम व अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे थे। उधर एसडीएम ने बताया कि सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार के नेतृत्व में टीम रवाना कर दी गई थी। गोताखोरों की टीम भी मौके पर बुलाई गई थी।