एनसीआर से बाइक चुराने वाले गिरोह का पर्दाफाश

सेक्टर-39 पुलिस ने केटीएम बाइक से रेकी करने के बाद दिल्ली- एनसीआर में दोपहिया वाहनों की चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का बुधवार को पर्दाफाश किया।

एनसीआर से बाइक चुराने वाले गिरोह का पर्दाफाश

सेक्टर-39 पुलिस ने केटीएम बाइक से रेकी करने के बाद दिल्ली-
एनसीआर में दोपहिया वाहनों की चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का बुधवार को पर्दाफाश किया।
पुलिस ने गिरोह के तीन बदमाशों को पकड़ा। इनमें एक नाबालिग भी शामिल है। बदमाशों की निशानदेही
पर चोरी के 10 दोपहिया वाहन बरामद हुए हैं। आरोपियों के खिलाफ पहले से नौ मुकदमे दर्ज हैं।


एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि थाना सेक्टर-39 पुलिस स्टेलर पार्क के पास वाहनों की चेकिंग कर
रही थी। इसी दौरान पुलिस ने एक बाइक पर आ रहे तीन युवकों को जांच के लिए रोका। तीनों ही बाइक
के कागजात नहीं दिखा पाए। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि बाइक चोरी की है। उन्होंने वाहन


चोरी की कई अन्य वारदात को अंजाम देना भी स्वीकार किया। आरोपियों की पहचान पिंटू और रोहित
निवासी जहांगीराबाद जनपद बुलंदशहर के रूप में हुई। उनका तीसरा साथी नाबालिग निकला। आरोपियों
की निशानदेही पर अलग-अलग स्थानों से चोरी की गई केटीएम अपाचे, बुलेट, हीरो स्प्लेंडर तथा स्कूटी
समेत 10 वाहन बरामद किए गए। पुलिस ने दो आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया,
जबकि नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा।

पुलिस के मुताबिक आरोपी एक ही बाइक पर सवार होकर नोएडा और दिल्ली की मार्केट तथा सेक्टर में
घूमते थे। इस दौरान यह वाहनों को चिह्नित करते थे। मौका पाकर वे दोपहिया वाहनों को पलक झपकते
ही चोरी कर ले जाते थे। दोपहिया वाहनों को चोरी करने के बाद वे उन्हें सेक्टर-42 के जंगल में बनी
झुग्गी झोपड़ी में छिपा देते थे। कुछ समय बाद बदमाश ओएलएक्स के माध्यम से चोरी की बाइक सस्ते


में बेच देते थे। पुलिस के मुताबिक दबोचे गए बदमाश बुलंदशहर से नोएडा, ग्रेटर नोएडा आकर वाहन
चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। इसके लिए यह बाकायदा नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मकान किराये
पर लेते थे और चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के बाद कमरा खाली कर वापस बुलंदशहर लौट जाते
थे। गिरफ्त में आया आरोपी रोहित पूर्व में भी वाहन चोरी के मामले में जेल जा चुका है। जेल से छूटने
के बाद भी उसने अपराध करना जारी रखा।


थाना प्रभारी ने बताया कि बदमाशों से की गई पूछताछ के दौरान इस बात की जानकारी भी मिली है कि
गिरोह में कई अन्य लोग भी शामिल हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। पूछताछ में
आरोपियों ने बताया कि वे चोरी के वाहनों को बुलंदशहर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के
ग्रामीणों को कम दाम में बेच देते थे। गांव के लोगों को एक्सीडेंटल गाड़ी बताकर वाहनों को बेचते थे।


हाई स्पीड बाइक को 30 जबकि सामान्य बाइक को 15 से 20 हजार रुपये में बेचते थे। स्कूटी को भी
बदमाश दस से 12 हजार के करीब बेचते थे। पुलिस बदमाशों द्वारा चोरी से अर्जित की गई संपत्ति की
जानकारी भी जुटा रही है। गिरोह के बदमाशों द्वारा अबतक 40 से अधिक दोपहिया वाहनों की चोरी
करने की जानकारी पुलिस को मिली है।