मोरटा इंडस्ट्रियल एरिया में मैसर्स रेड वीनस डिस्टलरी फैक्ट्री पर छापेमारी की। टीम ने यहां अवैध तरीके से बोतलबंद पानी तैयार करने का भंडाफोड़ किया

गाजियाबाद, 07 जून ( गाजियाबाद में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की टीम ने मोरटा इंडस्ट्रियल एरिया में मैसर्स रेड वीनस डिस्टलरी फैक्ट्री पर छापेमारी की। टीम ने यहां अवैध तरीके से बोतलबंद पानी तैयार करने का भंडाफोड़ किया है।

मोरटा इंडस्ट्रियल एरिया में मैसर्स रेड वीनस डिस्टलरी फैक्ट्री पर छापेमारी की। टीम ने यहां अवैध तरीके से बोतलबंद पानी तैयार करने का भंडाफोड़ किया

गाजियाबाद, 07 जून  गाजियाबाद में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की टीम ने मोरटा


इंडस्ट्रियल एरिया में मैसर्स रेड वीनस डिस्टलरी फैक्ट्री पर छापेमारी की। टीम ने यहां अवैध तरीके से
बोतलबंद पानी तैयार करने का भंडाफोड़ किया है।


बोतलबंद ड्रिंकिंग वॉटर की पैकिंग सिग्नेचर ब्रांड के नाम से हो रही थी। फैक्ट्री की लाइसेंस अवधि पहले
ही समाप्त हो चुकी है।

इसके अलावा बोतलों पर पैकेजिंग तारीख भी गलत पाई गई। आज जो पानी पैक
हो रहा था, उस पर 16 मई की तारीख लिखी जा रही थी। मौके से करीब 3,600 क्रेट बोतलबंद पानी


बरामद हुआ। एक क्रेट में 12 लीटर पानी होता है। इस प्रकार करीब 43,200 लीटर पानी जब्त किया
गया है।

सुबूत के तौर पर पानी की कुछ बोतलों को सील किया गया है जबकि शेष पानी को वहीं पर
सील करते हुए सुरक्षित रख दिया गया है।


भारतीय मानक ब्यूरो के संयुक्त निदेशक विक्रांत ने बताया कि इस कंपनी के पास कोई लाइसेंस नहीं
था। ऐसे में ये कैसे भरोसा किया जा सकता है कि कंपनी पानी तैयार करने और पैकेजिंग करने के सारे


मानक पूरे कर रही होगी? इसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर कोर्ट में प्रस्तुत की जा रही है। यह कंपनी हर रोज
करीब 36 हजार लीटर बोतलबंद पानी तैयार कर रही थी।