विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की तैयारियां पूरी
भागलपुर, 12 जुलाई (बिहार में भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में ‘बोल बम बोल बम और हर हर महादेव’ के जयघोष के बीच एक माह तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
भागलपुर, 12 जुलाई (बिहार में भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में ‘बोल बम बोल बम और हर हर
महादेव’ के जयघोष के बीच एक माह तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की सभी तैयारियां पूरी कर ली
गई है। उत्तरवाहिनी गंगा किनारे अवस्थित सुल्तानगंज मे दो साल बाद इस वर्ष आयोजित श्रावणी मेला आगामी 14
जुलाई से आरंभ हो रहा है और इसके विधिवत उद्घाटन के लिये राज्य के मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया गया है।
इस मेले में देश-विदेश से आने वाले कांवरियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए भागलपुर, बांका और मुंगेर जिला
प्रशासन की ओर से कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। खासकर, सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में बिजली, पानी, सफाई और सुरक्षा
की व्यापक व्यवस्था की गई है। मेले में आने वाले कांवरियों का सुल्तानगंज में उत्तर वाहिनी गंगा का जल भरना
पवित्र माना जाता है और इस दौरान उन्हें किसी तरह की असुविधा नहीं हो, इसका पूरा खयाल रखा जा रहा है और
इसके लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मियों की चौबीस घंटे डयूटी लगाई गई है।
सुल्तानगंज मे और
कांवरिया मार्ग पर दो दर्जन से अधिक स्वास्थ्य शिविरों में कोरोना से संबंधित लक्षणों वाले कांवरियों का टेस्ट करने
की व्यवस्था की गई है।
वहीं भागलपुर की प्रभारी जिलाधिकारी प्रतिभा रानी ने बताया
कि पूरे सावन माह तक चलने वाले इस विशाल
मानव श्रृंखला जैसे श्रावणी मेले से जुड़े मुख्य स्थल सुल्तानगंज सहित भागलपुर, बांका और मुंगेर जिलों के अंर्तगत
विशाल कांवरिया मार्ग पर कांवरियों की सुविधा के लिए जगह-जगह पर पंडाल, शौचालय, पानी टैंकर, स्वास्थ्य
शिविर के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि सुल्तानगंज से
लेकर बिहार-झारखंड की सीमा तक कांवरियों के लिए निर्मित कच्चे मार्ग को सुगम बनाया जा रहे है। कांवरियों को
किसी तरह की असुविधा नहीं होगी और सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उनके (कांवरियों) के दुख-सुख में
सहभागी बनेंगे।
इस बीच भागलपुर प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक विवेकानंद ने बताया कि सुल्तानगंज के संपूर्ण मेला क्षेत्र और
कावंरिया मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था बेहतर बनाई गई है। खासकर, झारखंड की सीमा से लगने वाले बांका और
भागलपुर जिलो में करीब तीन हजार पांच सौ पुलिस बल तैनात किये गये है।
उन्होंने कहा कि मेला के भीड- भाड
वाले इलाके और कांवरिया मार्ग पर कांवरियों के सैलाब के बीच सादे लिबास में पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी
और वह अशांति एवं अफवाह फ़ैलाने वाले तत्वों पर कड़ी नजर रखेगी।
इधर श्रावणी मेला के आरंभ होने में अभी दो से तीन दिन बचे हैं। लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों से गेरुआ वस्त्र
धारी कांवरियों के सुल्तान गंज पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इस दौरान यहां बोल बम एवं हर हर महादेव
के जयघोष से गूंजने लगा है। सुल्तान गंज मे देश- विदेश से आने वाले कांवरियों का जत्था उत्तर वाहनी गंगा का
पवित्र जल कांवर मे भरते हैं और यहां से करीब एक सौ पांच कि.मी. की पैदल यात्रा करते हुए झारखंड के देवघर
पहुंच कर बाबा बैधनाथ धाम के शिवलिंग पर जल चढाते हैं। इस यात्रा के दुर्गम रहने के बावजूद कांवरियों के
हौंसलें एवं भक्ति में कोई कमी नहीं होती है और नित्य दिन कांवरियों का सैलाब सुल्तानगंज से लगायात संपूर्ण
कांवरिया मार्ग पर रहता है।कोरोना की वजह से लगातार दो वर्षों के बाद इस बार होने वाले श्रावणी मेला में
कांवरियों की अपार भीड़ की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन काफी मुस्तैद है। वहीं विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाएं
भी आगे बढ़कर कांवरियों की सेवा के लिए तत्पर है।