बीएसए बुलंदशहर और खंड शिक्षा अधिकारी की मुख्यमंत्री से की शिकायत
2015 में गलत तरीके से हुई पदोन्नति को हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया है और बेसिक शिक्षा सचिव एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी बुलंदशहर, सभी खंड शिक्षा अधिकारियों का पदोन्नति निरस्त का लिखित आदेश निकाला जा चुका है
बीएसए बुलंदशहर और खंड शिक्षा अधिकारी की मुख्यमंत्री से की शिकायत
आज का मुददा बुलंदशहर
2015 में गलत तरीके से हुई पदोन्नति को हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया है और बेसिक शिक्षा सचिव एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी बुलंदशहर, सभी खंड शिक्षा अधिकारियों का पदोन्नति निरस्त का लिखित आदेश निकाला जा चुका है लेकिन लगभग 18 दिन बीतने के बाद भी अध्यापक वापस अपने मूल विद्यालयों में नहीं लौट रहे हैं। शिक्षक नेता ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी से शिकायत की है।
याची शिक्षक नेता वेद प्रकाश गौतम ने बताया 2015 में गलत तरीके से हुई पदोन्नति को हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया है और बेसिक शिक्षा सचिव एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी बुलंदशहर , सभी खंड शिक्षा अधिकारियों का पदोन्नति निरस्त का लिखित आदेश निकाला जा चुका है लगभग 18 दिन बीतने के बाद भी अध्यापक वापस अपने मूल विद्यालयों में नहीं लौट रहे हैं । उच्च न्यायालय के आदेश और बेसिक शिक्षा सचिव के आदेश की अवहेलना करते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी जानबूझकर चुप लगाए बैठे हैं ।
बेसिक शिक्षा अधिकारी बुलंदशहर जानबूझकर उच्च न्यायालय के आदेश और बेसिक शिक्षा विभाग के आदेश को टालमटोल करके मौखिक रूप से शिक्षकों को गुमराह कर रहे हैं । ऐसा प्रतीत होता है बेसिक शिक्षा अधिकारी बुलंदशहर ने गलत तरीके से पदोन्नति प्राप्त अध्यापकों के साथ कोई सांठगांठ कर रखी है । इसलिए याची वेद प्रकाश गौतम दोबारा न्यायालय की शरण में जाने के लिए विवश हैं और मुख्यमंत्री जी और जिलाधिकारी बुलंदशहर से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के खिलाफ शिकायत की है ।
अगर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पदोन्नति प्राप्त अध्यापकों को कार्यमुक्त करके मूल विद्यालय नहीं भेजते हैं तो याची वेद प्रकाश गौतम गलत निर्णय के खिलाफ उच्च न्यायालय जाने के साथ-साथ नियमानुसार धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे